फिर यहोवा ने मूसा से कहा, २ पहिले महीने के पहिले दिन को तू मिलाप वाले तम्बू के निवास को खड़ा करा देना।
और दूसरे बरस के पहिले महीने के पहिले दिन को निवास खड़ा किया गया। (निर्गमन ४०:१-२,१७)
एक दिलचस्प बात यह है कि नये साल पर तम्बू स्थापित की गई थी।
और अभिषेक का तेल ले कर निवास को और जो कुछ उस में होगा सब कुछ का अभिषेक करना, और सारे सामान समेत उसको पवित्र करना; तब वह पवित्र ठहरेगा। (निर्गमन ४०:९)
घर का अभिषेक करना वचन में है।
इस अध्याय में ९ बार एक वाक्यांश दोहराया गया है कि 'जैसा कि प्रभु ने उसे आज्ञा दी थी'
यह तब होता है जब आप ऐसा करते हैं जैसा कि प्रभु ने आपको आज्ञा दी थी, तब परमेश्वर की महिमा आपके जीवन को पूर्ण करेगी जैसा यह तम्बू पूर्ण थी।
परमेश्वर की महिमा
परमेश्वर की महिमा सिर्फ रोंगटे खड़े होना या एक भावना नहीं है। यह ऐसी घटना नहीं है जो विशेष अवसरों के लिए निर्धारित है। शब्द महिमा का शाब्दिक अनुवाद "हैवीवेट" (वज़नदार) है।
तब बादल मिलापवाले तम्बू पर छा गया, और यहोवा का तेज निवासस्थान में भर गया। और बादल जो मिलाप वाले तम्बू पर ठहर गया, और यहोवा का तेज जो निवासस्थान में भर गया, इस कारण मूसा उस मे प्रवेश न कर सका। (निर्गमन ४०:३४-३५)
ध्यान दीजिए, मूसा ने तब भी प्रभु की महिमा के लिए तम्बू पूर्ण होने के लिए प्रार्थना नहीं की थी।
जब चीजें पहाड़ पर दिखाए गए प्रतिरूप के अनुसार की जाती हैं, जब चीजें परमेश्वर की इच्छा के अनुसार की जाती हैं, तो परमेश्वर की महिमा सचमुच ऐसी परियोजना, एक व्यापार, एक सेवकाई, एक व्यक्ति को पकड़े (चिपके) रहेगी या पीछा करेगी।
और इस्त्राएलियों की सारी यात्रा में ऐसा होता था, कि जब जब वह बादल निवास के ऊपर उठ जाता तब तब वे कूच करते थे। और यदि वह न उठता, तो जिस दिन तक वह न उठता था उस दिन तक वे कूच नहीं करते थे। इस्त्राएल के घराने की सारी यात्रा में दिन को तो यहोवा का बादल निवास पर, और रात को उसी बादल में आग उन सभों को दिखाई दिया करती थी॥ (निर्गमन ४०:३६-३८)
पुराने नियम के कलीसिया का अगुवाई परमेश्वर की आत्मा के द्वारा किया गया था, इसलिए नये नियम की कलीसिया और कितना अधिक होना है।
रोमियो ८:१४ कहता है, "इसलिये कि जितने लोग परमेश्वर के आत्मा के चलाए चलते हैं, वे ही परमेश्वर के पुत्र हैं।"
Chapters
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- अध्याय ३७
- अध्याय ३८
- अध्याय ३९
- अध्याय ४०