चांदी की दो तुरहियां गढ़के बनाईं जाएं; तू उन को मण्डली के बुलाने, और छावनियों के प्रस्थान करने में काम में लाना। (गिनती १०:२)
तुरहियां का प्राथमिक उपयोग
१. मण्डली को बुलाने या इकट्ठा करने के लिए
२. इस्राएल की यात्रा को विनियमित करना या छावनी के आंदोलन को निर्देशित करना
तुरहियां के और कुछ उपयोग
और जब वे दोनों फूंकी जाएं, तब सारी मण्डली मिलापवाले तम्बू के द्वार पर तेरे पास इकट्ठी हो जाए। और यदि एक ही तुरही फूंकी जाए, तो प्रधान लोग जो इस्त्राएल के हजारों के मुख्य पुरूष हैं तेरे पास इकट्ठे हो जाएं। जब तुम लोग सांस बान्धकर फूंको, तो पूरब दिशा की छावनियों का प्रस्थान हो।
और जब तुम दूसरी बेर सांस बान्धकर फूंको, तब दक्खिन दिशा की छावनियों का प्रस्थान हो। उनके प्रस्थान करने के लिये वे सांस बान्धकर फूंकें। और जब लोगों को इकट्ठा करके सभा करनी हो तब भी फूंकना परन्तु सांस बान्धकर नहीं। (गिनती १०:३-७)
और जब तुम अपने देश में किसी सताने वाले बैरी से लड़ने को निकलो, तब तुरहियों को सांस बान्धकर फूंकना, तब तुम्हारे परमेश्वर यहोवा को तुम्हारा स्मरण आएगा, और तुम अपने शत्रुओं से बचाए जाओगे।
और अपने आनन्द के दिन में, और अपने नियत पर्ब्बों में, और महीनों के आदि में, अपने होमबलियोंऔर मेलबलियों के साथ उन तुरहियों को फूंकना; इस से तुम्हारे परमेश्वर को तुम्हारा स्मरण आएगा; मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूं॥ (गिनती १०:९-१०)
३. जुबली सहित विशेष दिनों में बलिदानों पर फूंके जाएंगे - गिनती १०:१०, लैव्यव्यवस्था २५: ९
४. लोगों को युद्ध के लिए तैयार करने के लिए - न्यायियों ३:२७
५. राजाओं की प्रशंसा करने के लिए - २ राजा ९:१३
६. खतरे के मामलों में अलार्म बजने के लिए - यहेजकेल ३३:२-६
७. जब लोग लड़ाई के लिए जाते है तो यादगार के लिए आवाज करने के लिए -गिनती १०:९
वादा किए गए देश में प्रवेश करने के लिए उपकरण
वादा किए गए देश की यात्रा के लिए तुरही आवश्यक उपकरण था। उनके बिना राष्ट्र को इकट्ठा करना और वादा किए गए देश की ओर आगे बढ़ना बहुत मुश्किल था। इस्राएल को वादा किए गए देश में आने के लिए उपकरणों की जरुरत थी।
तुरहियां के साथ जुड़े चमत्कार
येरीहो की दीवारों को गिरना
तब लोगों ने जयजयकार किया, और याजक नरसिंगे फूंकते रहे। और जब लोगों ने नरसिंगे का शब्द सुना तो फिर बड़ी ही ध्वनि से उन्होंने जयजयकार किया, तब शहरपनाह नेव से गिर पड़ी, और लोग अपने अपने साम्हने से उस नगर में चढ़ गए, और नगर को ले लिया। (यहोशू ६:२०)
तुरहियां की आवाज़ से मिद्यानियों के छावनी में भ्रम पैदा हुआ
तब उसने उन तीन सौ पुरूषों के तीन झुण्ड किए, और एक एक पुरूष के हाथ में एक नरसिंगा और खाली घड़ा दिया, और घड़ों के भीतर एक मशाल थी। (न्यायियों ७:१६)
और उन्होंने तीन सौ नरसिंगों को फूंका, और यहोवा ने एक एक पुरूष की तलवार उसके संगी पर और सब सेना पर चलवाई; तो सेना के लोग सरेरा की ओर बेतशित्ता तब और तब्बात के पास के आबेलमहोला तक भाग गए। (न्यायियों ७:२२)
तुरही की आवाज़ का दृष्टांत:
मृतकों को परमेश्वर उठाए जाना
१ कुरिन्थियों १५:५२ और यह क्षण भर में, पलक मारते ही पिछली तुरही फूंकते ही होगा: क्योंकि तुरही फूंकी जाएगी और मुर्दे अविनाशी दशा में उठाए जांएगे, और हम बदल जाएंगे।
उठा लिए जाना
क्योंकि प्रभु आप ही स्वर्ग से उतरेगा; उस समय ललकार, और प्रधान दूत का शब्द सुनाई देगा, और परमेश्वर की तुरही फूंकी जाएगी, और जो मसीह में हैं - बादलों में प्रभु से मिलने के लिए, कलीसिया उठा लिए जायेगा (१ थिस्सलुनीकियों ४:१६-१८)।
सुसमाचार का घोषणा
भजन संहिता ८९:१५ क्या ही धन्य है वह समाज जो आनन्द के ललकार को पहिचानता है; हे यहोवा, वे लोग तेरे मुख के प्रकाश में चलते हैं।
सेवकाई का साहस और विश्वासयोग्य उपदेश
यशायाह ५८:१ गला खोल कर पुकार, कुछ न रख छोड़, नरसिंगे का सा ऊंचा शब्द कर; मेरी प्रजा को उसका अपराध अर्थात याकूब के घराने को उसका पाप जता दे।
अंतिम दिन का न्याय
प्रकाशित वाक्य ८:२ और मैं ने उन सातों स्वर्गदूतों को जो परमेश्वर के साम्हने खड़े रहते हैं, देखा, और उन्हें सात तुरिहयां दी गईं॥
उनका प्रस्थान यहोवा की उस आज्ञा के अनुसार जो उसने मूसा को दी थी आरम्भ हुआ: (गिनती १०:१३)
चांदी को साफ और स्वच्छ किया जाना चाहिए ताकि कलंक न हो। हम अपने चारों ओर इस दुनिया के वातावरण के प्रदूषण से, चांदी की तरह, कलंक हो सकते हैं - कलंकित होना इस दुनिया में रहने का एक तथ्य है।
तुरहियों की तरह, हमें भी रुकावटों से मुक्त रखना चाहिए, जो कि अपने बारे में ऐसी बातें हो सकती हैं जो परमेश्वर की आत्मा को रोकती है या हमारे माध्यम से रोकती हैं। जब हम अपने जीवन में परमेश्वर की आत्मा के कार्य के लिए नम्र होते हैं, तो वह हमें साफ़, शुद्ध और हमें स्वच्छ करता है; पुनःस्थापित करना और हमें उत्तम स्थिति में रखना उनके माध्यम से फूंकने के लिए तैयार रहना है।
तुरहियां केवल एक साधन या एक उपकरण था जो सांस के कारण होने वाली ध्वनि को व्यक्त करने के लिए एक साधन था। उपकरण, जबकि आवश्यक है, तुरही बजानेवाले के बिना कुछ भी नहीं है! सांस / आत्मा के बिना, तुरही काली हैं और वह कोई आवाज नहीं कर सकती हैं।
यह पहली बार था जब इस्राएल ने एक संगठित, तैयार राष्ट्र के रूप में प्रदर्शित किया। वे वही समूह नहीं थे जो एक भीड़ के रूप में मिस्र से बच गए थे।
और मूसा ने अपने ससुर रूएल मिद्यानी के पुत्र होबाब से कहा, हम लोग उस स्थान की यात्रा करते हैं जिसके विषय में यहोवा ने कहा है, कि मैं उसे तुम को दूंगा; सो तू भी हमारे संग चल, और हम तेरी भलाई करेंगे; क्योंकि यहोवा ने इस्त्राएल के विषय में भला ही कहा है। होबाब ने उसे उत्तर दिया, कि मैं नहीं जाऊंगा; मैं अपने देश और कुटुम्बियों में लौट जाऊंगा। फिर मूसा ने कहा, हम को न छोड़, क्योंकि जंगल में कहां कहां डेरा खड़ा करना चाहिये, यह तुझे ही मालूम है, तू हमारे लिये आंखों का काम देना। (गिनती १०:२९-३१)
जबकि परमेश्वर आपके साथ है, फिर भी आपको काम करने के लिए लोगों की जरुरत होती है। मूसा यह समझने में काफी बुद्धिमान था। जिस दिन एक अगुवा सोचता है कि वह इसे अकेले कर सकता है, वह व्यक्ति समाप्त हो गया है।
इससे मूसा की विनम्रता का भी पता चलता है।
परमेश्वर के दास मूसा की प्रार्थना
हे यहोवा, उठ,
और तेरे शत्रु तित्तर बित्तर हो जाएं,
और तेरे बैरी तेरे साम्हने से भाग जाएं। (गिनती १०:३५)
Chapters
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- अध्याय १७
- अध्याय - १८
- अध्याय - १९
- अध्याय - २०
- अध्याय - २१
- अध्याय - २२
- अध्याय २३
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- अध्याय २५
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- अध्याय २७
- अध्याय २८
- अध्याय २९
- अध्याय ३३