तब शिमशोन ने जा कर तीन सौ लोमडिय़ां पकड़ीं, और मशाल ले कर दो दो लोमडिय़ों की पूंछ एक साथ बान्धी, और उनके बीच एक एक मशाल बान्धा। तब मशालों में आग लगाकर उसने लोमडिय़ों को पलिश्तियों के खड़े खेतों में छोड़ दिया; और पूलियों के ढेर वरन खड़े खेत और जलपाई की बारियां भी जल गईं। तब पलिश्ती पूछने लगे, यह किस ने किया है? लोगों ने कहा, उस तिम्नी के दामाद शिमशोन ने यह इसलिये किया, कि उसके ससुर ने उसकी पत्नी उसे संगी को ब्याह दी। तब पलिश्तियों ने जा कर उस पत्नी और उसके पिता दोनों को आग में जला दिया। (न्यायियों १५:४-६)
शिमशोन पलिश्तियों की फसल को नष्ट करना चाहता था। इसलिए पलिश्तियों के सभी गेहूँ और दाख की बारियां और जैतून के पेड़ों को जलाने के लिए एक मशाल का इस्तेमाल करने के बजाय, उसके पास अब १५० मशालें थीं जो काम पूरा कर सकता था। (२ लोमड़ियों के बीच एक मशाल)
यह सुसमाचार का एक बड़ा उपदेश है। बदला लेने के लिए शिमशोन ने तीन सौ लोमड़ियों को पकड़ लिया और उनकी पूंछ पर मशालें बांध दीं। फिर उसने लोमड़ियों को फसल के खेतों में छोड़ दिया। परिणाम विनाशकारी था। पलिश्तियों के खेत पूरी तरह से जल गए।
एक दिन, यीशु ने कहा, "फसल समृद्ध है, लेकिन मजदूर थोड़े हैं" फसल काटने के लिए कम समय है और आने वाले न्याय से हमें फसल की कटाई करने के लिए खेतों में जाने की चुनौती दे रही है।
क्या होगा अगर हम अपने लिए ३०० लोगों को उठाने का लक्ष्य तय करें, जिनके दिल में परमेश्वर के लिए आग है और उन्हें फसल (अपने शहर) में छोड़ दें। क्या शत्रु को रोने पर मजबूर नहीं किया जाएगा, "यह किसने किया है?"
यीशु ने अपने चेलों को पवित्र आत्मा की आग और अभिषेक के साथ फसल में दो-दो करके भेजा।
फिर मैं तुम से कहता हूं, यदि तुम में से दो जन पृथ्वी पर (एक साथ सामंजस्य बनाएं, एक साथ एक स्वर का मिलान बनाएं) किसी बात के लिये जिसे वे (कुछ भी और सब कुछ) मांगें, एक मन के हों, तो वह मेरे पिता की ओर से स्वर्ग में है उन के लिये हो जाएगी। (मत्ती १८:१९)
एक परिवार के रूप में एक साथ इकट्ठा होकर प्रार्थना करना।
एक कलीसिया के रूप में एक साथ इकट्ठा होकर प्रार्थना करना।
एक से दो अच्छे हैं, १. क्योंकि उनके परिश्रम का अच्छा फल मिलता है। २. क्योंकि यदि उन में से एक गिरे, तो दूसरा उसको उठाएगा; परन्तु हाय उस पर जो अकेला हो कर गिरे और उसका कोई उठाने वाला न हो। ३. फिर यदि दो जन एक संग सोए तो वे गर्म रहेंगे, परन्तु कोई अकेला क्योंकर गर्म हो सकता है? ४. यदि कोई अकेले पर प्रबल हो तो हो, परन्तु दो उसका साम्हना कर सकेंगे। जो डोरी तीन तागे से बटी हो वह जल्दी नहीं टूटती॥ (सभोपदेशक ४:९-१२)
तब उसको बड़ी प्यास लगी, और उसने यहोवा को पुकार के कहा तू ने अपने दास से यह बड़ा छुटकारा कराया है; फिर क्या मैं अब प्यासों मरके उन खतनाहीन लोगों के हाथ में पडूं? तब परमेश्वर ने लही में ओखली सा गढ़हा कर दिया, और उस में से पानी निकलने लगा; और जब शिमशोन ने पीया, तब उसके जी में जी आया, और वह फिर ताजा दम हो गया। इस कारण उस सोते का नाम एनहक्कोरे रखा गया, वह आज के दिन तक लही में हैं। शिमशोन तो पलिश्तियों के दिनों में बीस वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा॥ (न्यायियों १५:१८-२०)
एनहक्कोर का अर्थ है बुलाने वाला
परमेश्वर ने शिमशोन को पानी के लिए पुकारते हुए रोने की आवाज़ सुनी और उसे पीने के लिए पानी के झरने दिए। प्रभु हमारा और कितना अधिक सुन सकता है और हमें जीवित जल के झरने दे सकता है।
यह सब हम पर निर्भर करता है कि हम प्रभु को पुकारें।
सो जब तुम बुरे होकर अपने लड़के-बालों को अच्छी वस्तुएं देना जानते हो, तो स्वर्गीय पिता अपने मांगने वालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा॥ (लूका ११:१३)
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