मुझ प्राचीन की ओर से उस चुनी हुई श्रीमती और उसके लड़के बालों के नाम जिन से मैं उस सच्चाई के कारण सत्य प्रेम रखता हूं, जा हम में स्थिर रहती है, और सर्वदा हमारे साथ अटल रहेगी। (२ यूहन्ना १)
प्रेम की नींव हमेशा सत्य होनी चाहिए। सत्य परमेश्वर का वचन है। (यूहन्ना १७:१७)
"प्रेम" और "आज्ञाओं" के बीच संबंध
और प्रेम यह है कि हम उस की आज्ञाओं के अनुसार चलें। (२ यूहन्ना १:६)
१. यीशु अपने पिता की आज्ञाओं को माना है और अपने पिता के प्रेम में बना रहा है।
"मैंने अपने पिता की आज्ञाओं का पालन किया है और उनके प्रेम में बना रहता हूं।" (यूहन्ना १५:१०बी)
२. यीशु अपने पिता की आज्ञाओं को माना है ताकि संसार को पता चले कि यीशु अपने पिता से प्रेम करता है।
"जैसा कि पिता ने मुझे आज्ञा दी है, वैसा ही मैं करता हूं ताकि संसार को पता चले कि मैं पिता से प्रेम रखता हूं।" (यूहन्ना १४:३१)
३. यदि आप यीशु से प्रेम रखते हो तो आप यीशु की आज्ञाओं को मानेंगे।
"यदि तुम मुझसे प्रेम रखते हो तो मेरी आज्ञाओं को मानेंगे।" (यूहन्ना १४:१५)
४. यदि आप यीशु की आज्ञाओं को मानोगे तो आप यीशु के प्रेम में बने रहोगे।
“यदि तुम मेरी आज्ञाओं को मानोगे, तो तुम मेरे प्रेम में बने रहोगे. . ." (यूहन्ना १५:१०ए)
जो कोई आगे बढ़ जाता है, और मसीह की शिक्षा में बना नहीं रहता, उसके पास परमेश्वर नहीं: जो कोई उस की शिक्षा में स्थिर रहता है, उसके पास पिता भी है, और पुत्र भी। (२ यूहन्ना १:९)
ध्यान से सही सिद्धांत होने के महत्व पर ध्यान दें। उचित सिद्धांत यीशु और पिता दोनों के साथ एक व्यक्ति को रिश्ते में लाता है।
यूहन्ना के समय कुछ लोग ऐसे थे जिन्होंने इस बात से इंकार किया था कि परमेश्वर का पुत्र वास्तव में देह में आया था। वे ज्ञानशास्त्र के रूप में जाने वाले एक समूह का हिस्सा थे,जो इस बात पर विश्वास करते थे कि शारीरिक बातें बुरी थीं, जबकि आत्मिक बातें शुद्ध थीं। इसलिए, वे यीशु को स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि वह देह से पैदा हुआ था (लूका २:७)।
यदि कोई तुम्हारे पास आए, और यही शिक्षा न दे, उसे न तो घर मे आने दो, और न नमस्कार करो। क्योंकि जो कोई ऐसे जन को नमस्कार करता है, वह उस के बुरे कामों में साझी होता है॥ (२ यूहन्ना १:१०-११)
हम ऐसे लोगों से बचे रहना हैं जो ऐसे सिद्धांत को लाते हैं। पवित्रशास्त्र हमें यह भी चेतावनी देती है कि यदि हम ऐसे लोगों के साथ संगति करते हैं तो हम उनके बुरे कामों में हिस्सा लेते हैं।
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