१२ तब मैं ने सोचा कि पलिश्ती गिलगाल में मुझ पर अभी आ पड़ेंगे, और मैं ने यहोवा से बिनती भी नहीं की है; सो मैं ने अपनी इच्छा न रहते भी होमबलि चढ़ाया। १३ शमूएल ने शाऊल से कहा, तू ने मूर्खता का काम किया है; तू ने अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा को नहीं माना; नहीं तो यहोवा तेरा राज्य इस्राएलियों के ऊपर सदा स्थिर रखता। १४ परन्तु अब तेरा राज्य बना न रहेगा। (१ शमूएल १३:१२-१४)
पुराने नियम में, कोई भी धार्मिक और नागरिक प्राधिकरण के काम को संयोजित नहीं कर सकता था। परमेश्वर इस्राएल के राजाओं को याजक और याजक को राजा नहीं बनने देता।२ इतिहास में २६ राजा उज्जिय्याह ने याजक का काम करने की कोशिश की और परमेश्वर ने उसे कुष्ठ रोग से मारा। शाऊल के साथ भी यही मसला था। उसने याजक और राजा के काम को मिलाने की कोशिश की।
सो युद्ध के दिन शाऊल और योनातान के साथियों में से किसी के पास न तो तलवार थी और न भाला, वे केवल शाऊल और उसके पुत्र योनातान के पास रहे। (१ शमूएल १३:२२)
जैसा कि यह इसराएलियों को इतनी बुरी तरह से मार गया था और मामले को बदतर बनाने के लिए, उनके पास कोई तलवार नहीं थी। तलवारों के बिना सेना कितनी अच्छी है?
Chapters