यहोवा ने शमूएल से कहा, “तुम शाऊल के लिये कब तक दुःखी रहोगे? मैंने शाऊल को इस्राएल का राजा होना अस्वीकार कर दिया है! अपनी सींग तेल से भरो और चल पड़ो। मैं तुम्हें यिशै नाम के एक व्यक्ति के पास भेज रहा हूँ। यिशै बेतलेहेम में रहता है। मैंने उसके पुत्रों में से एक को नया राजा चुना हैं।” (1 शमूएल 16:1)
मनुष्य की विफलता या मृत्यु के परिणामस्वरूप परमेश्वर कभी भी अपने कार्य को नष्ट नहीं होने देगा। अगर यह परमेश्वर का काम है, तो यह किसी भी मनुष्य की क्षमताओं से परे है।
किन्तु शमूएल ने कहा, “यदि मैं जाऊँ, तो शाऊल इस समाचार को सुनेगा। तब वह मुझे मार डालने का प्रयत्न करेगा।” (1 शमूएल 16:2)
शमूएल का डर उचित है क्योंकि शाऊल ने इसे राजद्रोह का कार्य माना होगा।
किन्तु यहोवा ने शमूएल से कहा, “एलीआब लम्बा और सुन्दर है किन्तु उसके बारे में मत सोचो। एलीआब लम्बा है किन्तु उसके बारे में मत सोचो। परमेश्वर उस चीज़ को नहीं देखता जिसे साधारण व्यक्ति देखते हैं। लोग व्यक्ति के बाहरी रूप को देखते हैं, किन्तु यहोवा व्यक्ति के हृदय को देखता है (1 शमूएल 16:7)
मनुष्य जिस तरह से देखता है उससे अलग परमेश्वर देखता है
मनुष्य के सोचने के तरीके से परमेश्वर का सोचने का तरीका अलग होता है (यशायाह ५५:८)
तब शमूएल ने यिशै से पूछा, “क्या तुम्हारे सभी पुत्र ये ही हैं?” यिशै ने उत्तर दिया, “नहीं, मेरा सबसे छोटा एक और पुत्र है, किन्तु वह भेड़ों की रखवाली कर रहा है।”
(1 शमूएल 16:11)
यह इंगित करता है कि दाऊद को अपने ही परिवार में उच्च सम्मान में नहीं रखा गया था। शुरू में, जब वह उसके बारे में बात करता था तो उसके पिता उसे नाम से संबोधित तक नहीं किया। दूसरी बात, उसे पर्व की भोजन में भी आमंत्रित नहीं किया गया था। तीसरी बात, उसे आने के लिए कहने का एकमात्र कारण यह था कि नबी शमूएल ने जोर देकर कहा था कि उसे ऐसा करना चाहिए।
यहोवा की आत्मा ने शाऊल को त्याग दिया। तब यहोवा ने शाऊल पर एक दुष्टात्मा भेजी। उसने उसे बहुत परेशान किया। (1 शमूएल 16:14)
पवित्र आत्मा की अनुपस्थिति ने दुष्ट आत्मा शाऊल को पीड़ा देने की अनुमति दी। यह महत्वपूर्ण है कि हम आत्मा से भरे रहें।
हम लोगों को आदेश दो कि हम लोग किसी की खोज करें जो वीणा बजायेगा। यदि दुष्टात्मा यहोवा के यहाँ से तुम्हारे ऊपर आई है तो जब वह व्यक्ति वीणा बजायेगा तब वह दुष्टआत्मा तुमको अकेला छोड़ देगी और तुम स्वस्थ अनुभव करोगे।” (1 शमूएल 16:16)
अभिषिक्त अराधाना छुटकारा लाता है। इसलिए आपको इसे अपने घर में लगातार सुनना या लगाना चाहिए।
अत: शाऊल ने अपने सेवकों से कहा, “ऐसे व्यक्ति की खोज करो जो वीणा अच्छी बजाता है और उसे मेरे पास लाओ।” (1 शमूएल 16:17)
गाना गानेवाले / संगीतकारों के लिए एक वचन - जब आप अच्छा बजाएंगे या गाएंगे, तो आप राजाओं के सामने खड़े होंगे।
सेवकों में से एक ने कहा, “बेतलेहेम में रहने वाला यिशै नाम का एक व्यक्ति है। मैंने यिशै के पुत्र को देखा है। वह जानता है कि वीणा कैसे बजाई जाती है। वह एक वीर व्यक्ति भी है और अच्छी प्रकार लड़ता है। वह जागरूक है। वह सुन्दार है और यहोवा उसके साथ है।” (1 शमूएल 16:18)
सात गुण जिन्होंने दाऊद को राजा के सामने खड़ा किया
१. बेतलेहेम वासी यिशै का एक पुत्र
२. जो वीणा बजाना जानता है
३. वह वीर है,
४. योद्धा भी है
५. बात करने में बुद्धिमान
६. एक रूपवान भी है
७. और यहोवा उसके संग है
मनुष्य की विफलता या मृत्यु के परिणामस्वरूप परमेश्वर कभी भी अपने कार्य को नष्ट नहीं होने देगा। अगर यह परमेश्वर का काम है, तो यह किसी भी मनुष्य की क्षमताओं से परे है।
किन्तु शमूएल ने कहा, “यदि मैं जाऊँ, तो शाऊल इस समाचार को सुनेगा। तब वह मुझे मार डालने का प्रयत्न करेगा।” (1 शमूएल 16:2)
शमूएल का डर उचित है क्योंकि शाऊल ने इसे राजद्रोह का कार्य माना होगा।
किन्तु यहोवा ने शमूएल से कहा, “एलीआब लम्बा और सुन्दर है किन्तु उसके बारे में मत सोचो। एलीआब लम्बा है किन्तु उसके बारे में मत सोचो। परमेश्वर उस चीज़ को नहीं देखता जिसे साधारण व्यक्ति देखते हैं। लोग व्यक्ति के बाहरी रूप को देखते हैं, किन्तु यहोवा व्यक्ति के हृदय को देखता है (1 शमूएल 16:7)
मनुष्य जिस तरह से देखता है उससे अलग परमेश्वर देखता है
मनुष्य के सोचने के तरीके से परमेश्वर का सोचने का तरीका अलग होता है (यशायाह ५५:८)
तब शमूएल ने यिशै से पूछा, “क्या तुम्हारे सभी पुत्र ये ही हैं?” यिशै ने उत्तर दिया, “नहीं, मेरा सबसे छोटा एक और पुत्र है, किन्तु वह भेड़ों की रखवाली कर रहा है।”
(1 शमूएल 16:11)
यह इंगित करता है कि दाऊद को अपने ही परिवार में उच्च सम्मान में नहीं रखा गया था। शुरू में, जब वह उसके बारे में बात करता था तो उसके पिता उसे नाम से संबोधित तक नहीं किया। दूसरी बात, उसे पर्व की भोजन में भी आमंत्रित नहीं किया गया था। तीसरी बात, उसे आने के लिए कहने का एकमात्र कारण यह था कि नबी शमूएल ने जोर देकर कहा था कि उसे ऐसा करना चाहिए।
यहोवा की आत्मा ने शाऊल को त्याग दिया। तब यहोवा ने शाऊल पर एक दुष्टात्मा भेजी। उसने उसे बहुत परेशान किया। (1 शमूएल 16:14)
पवित्र आत्मा की अनुपस्थिति ने दुष्ट आत्मा शाऊल को पीड़ा देने की अनुमति दी। यह महत्वपूर्ण है कि हम आत्मा से भरे रहें।
हम लोगों को आदेश दो कि हम लोग किसी की खोज करें जो वीणा बजायेगा। यदि दुष्टात्मा यहोवा के यहाँ से तुम्हारे ऊपर आई है तो जब वह व्यक्ति वीणा बजायेगा तब वह दुष्टआत्मा तुमको अकेला छोड़ देगी और तुम स्वस्थ अनुभव करोगे।” (1 शमूएल 16:16)
अभिषिक्त अराधाना छुटकारा लाता है। इसलिए आपको इसे अपने घर में लगातार सुनना या लगाना चाहिए।
अत: शाऊल ने अपने सेवकों से कहा, “ऐसे व्यक्ति की खोज करो जो वीणा अच्छी बजाता है और उसे मेरे पास लाओ।” (1 शमूएल 16:17)
गाना गानेवाले / संगीतकारों के लिए एक वचन - जब आप अच्छा बजाएंगे या गाएंगे, तो आप राजाओं के सामने खड़े होंगे।
सेवकों में से एक ने कहा, “बेतलेहेम में रहने वाला यिशै नाम का एक व्यक्ति है। मैंने यिशै के पुत्र को देखा है। वह जानता है कि वीणा कैसे बजाई जाती है। वह एक वीर व्यक्ति भी है और अच्छी प्रकार लड़ता है। वह जागरूक है। वह सुन्दार है और यहोवा उसके साथ है।” (1 शमूएल 16:18)
सात गुण जिन्होंने दाऊद को राजा के सामने खड़ा किया
१. बेतलेहेम वासी यिशै का एक पुत्र
२. जो वीणा बजाना जानता है
३. वह वीर है,
४. योद्धा भी है
५. बात करने में बुद्धिमान
६. एक रूपवान भी है
७. और यहोवा उसके संग है
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