वहां संयोग से शेबा नाम एक बिन्यामीनी था, वह ओछा पुरुष बिक्री का पुत्र था; वह नरसिंगा फूंक कर कहने लगा, दाऊद में हमारा कुछ अंश नहीं, और न यिशै के पुत्र में हमारा कोई भाग है; हे इस्राएलियो, अपने अपने डेरे को चले जाओ! (२ शमूएल २०:१)
शाऊल एक बिन्यामीनी था,
शिमी एक बिन्यामीनी था,
शेबा एक बिन्यामीनी थी,
लगता है कि दाऊद को इस जनजाति से बहुत विरोध है।
इसलिये सब इस्राएली पुरुष दाऊद के पीछे चलना छोड़कर बिक्री के पुत्र शेबा के पीछे हो लिए; परन्तु सब यहूदी पुरुष यरदन से यरूशलेम तक अपने राजा के संग लगे रहे। (२ शमूएल २०:२)
२ शमूएल १९:४०-४३ दस जनजातियों के अगु ने यहूदा के गोत्र के साथ बहस की, जिन्होंने दाऊद को अधिक सम्मान दिया। शेबा के विद्रोह के बारे में उनकी प्रतिक्रिया से पता चलता है कि दाऊद को सम्मानित करने की उनकी इच्छा का सम्मान करने से कोई लेना-देना नहीं था, बल्कि स्वयं को सम्मानित करने में था।
तब दाऊद ने अबीशै से कहा, अब बिक्री का पुत्र शेबा अबशालोम से भी हमारी अधिक हानि करेगा; इसलिये तू अपने प्रभु के लोगों को ले कर उसका पीछा कर। (२ शमूएल २०:६)
दाऊद ने अबशालोम के साथ उपद्रव से अपने सबक अच्छी तरह से सीखे थे और इस बार उसने विद्रोह से निपटने में बिक्री के शेबा पुत्र के साथ कोई भी मौका नहीं लिया।
तब एक बुद्धिमान रूत्री ने नगर में से पुकारा, सुनो! सुनो! योआब से कहो, कि यहां आए, ताकि मैं उस से कुछ बातें करूं। जब योआब उसके निकट गया, तब स्त्री ने पूछा, क्या तू योआब है? (२ शमूएल २०:१६-१७)
कलीसिया में पासबान या प्रचारक के रूप में सेवा करने वाली स्त्रीओं के मुद्दे की तुलना में आज कलीसिया में अधिक उग्रता बहस वाली समस्या नहीं है।
एक स्त्री ने अपनी बातचीत के माध्यम से पूरे शहर में शांति लायी।
एक स्त्री ने शहर के मुख्यों के साथ बातचीत की और शांति मुद्दे पर बातचीत की।
फिर एक स्त्री क्यों नहीं प्रचार कर सकती है?
इसलिये वे अपनी अपनी मृत्यु के दिन तक विधवापन की सी
दशा में जीवित ही बन्द रही: (२ शमूएल २०:३
दाऊद के दस रखैलों का दुखद उदाहरण इस बात का उदाहरण है कि हमारे पापों का अक्सर दूसरों पर भयानक प्रभाव पड़ता है। अबशालोम के पाप और दाऊद के पाप के कारण उन्हें परिणाम भुगतने पड़े। अध्याय
• अध्याय १
• अध्याय २
• अध्याय ३
• अध्याय ७
• अध्याय २०
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