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தினசரி மன்னா

दीन २०:४० का उपवास और प्रार्थना

Saturday, 30th of December 2023
57 41 1949
Categories : उपवास और प्रार्थना
स्तर में बदलावट (परिवर्तन)

यहोवा तुम को और तुम्हारे लड़कों को भी 
अधिक बढ़ाता जाए! (भजन संहिता ११५:१४)

बहुत से लोग फंसे हुए हैं; वे आगे बढ़ना चाहते हैं लेकिन समझ नहीं पाते कि कौन सी चीज़ उन्हें रोक रही है। आज, यीशु के नाम में वह अदृश्य बाधा नष्ट हो जाएगी।

परमेश्वर ने हमें आगे बढ़ने के लिए बनाया है; हम स्थायी रूप से एक स्थान पर रहने के लिए नहीं बने हैं। धर्मी का मार्ग अधिकाधिक चमकता रहता है, जो स्तर में परिवर्तन का प्रतीक है (नीतिवचन ४:१८)

वे कौन लोग हैं जिन्हें स्तर में अदला बदले की जरूरत है?
  • कोई भी जो लंबे समय तक एक ही स्थिति में रहा हो।
  • लंबे समय तक किसी ने लाभ और आशीष से इनकार किया हो।
  • जिन्होंने ईमानदारी से दूसरों की सेवा की है और दैवी रूप से उनके समाधान के लिए हो।
  • जिन्हें दूसरों ने धोखा दिया हो।
  • जो जीवन की पिछली स्थिति पर है।
  • जिन्हें लिखित में दिया गया है।
  • जिनका कोई सहारा न हो।
  • जो संघर्ष कर रहे हैं और मेहनत कर रहे हैं।
  • जो पृथ्वी पर परमेश्वर के राज्य का विस्तार करने की इच्छा रखते हैं।
उन लोगों के उदाहरण जिन्होंने स्तर में बदलाव का अनुभव किया

१. मोर्दकै
मोर्दकै की हैसियत रातों-रात बदल दी गई; यह कुछ ऐसा था जिसकी वह अपेक्षा भी नहीं कर रहा था; यह दैवी था। (एस्तेर ६:१-१२, ९:३-४ पढ़ें)

२. एलीशा
एलिय्याह से गिरा हुआ वस्त्र और आत्मा के परिवर्तन ने एलीशा के आत्मिक स्तर को बदल दिया। भविष्यद्वक्ता के पुत्र आए और उसे प्रणाम किया क्योंकि उन्होंने देखा कि उसका स्तर बदल गया था। (२ राजा २:९-१५ पढ़ें)

३. दाऊद
गोलियथ की हार से दाऊद के लिए स्तर में बदलाव आया। जीवन के युद्ध आपको नष्ट करने के लिए नहीं हैं; वे आपको स्तर में बदलाव की घोषणा करने के लिए हैं।

और उस दिन से शाऊल ने उसे अपने पास रखा, और पिता के घर को फिर लौटने न दिया। (१ शमूएल १८:२)

इसलिये अब तू मेरे दास दाऊद से ऐसा कह, कि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, कि मैं ने तो तुझे भेड़शाला से, और भेड़-बकरियों के पीछे पीछे फिरने से, इस मनसा से बुला लिया कि तू मेरी प्रजा इस्राएल का प्रधान हो जाए। (२ शमूएल ७:८)

४. पौलुस
पौलुस, जिसने कलीसिया को भयभीत किया था, उसने स्तर में बदलाव का अनुभव किया और राज्य के लिए प्रेरित बन गया। पर मुझ पर इसलिये दया हुई, कि मुझ सब से बड़े पापी में यीशु मसीह अपनी पूरी सहनशीलता दिखाए, कि जो लोग उस पर अनन्त जीवन के लिये विश्वास करेंगे, उन के लिये मैं एक आदर्श बनूं।(१ तीमुथियुस १:१६)

५. यूसुफ
यूसुफ एक ऐसे पद पर पहुंचा जिसके लिए वे मानवीय ठहराव के योग्य नहीं था। एक अजनबी देश में, परमेश्वर ने उसे सिर बना दिया। (उत्पत्ति ४१:१४-४६ पढ़ें)

स्तर में बदलाव का अनुभव कैसे करें

परमेश्वर हर किसी के स्तर को बदलने को तैयार है, लेकिन वह केवल अपने वचन से कार्य करेगा। ऐसे विशिष्ट सिद्धांत हैं जिनका किसी को भी उल्लंघन नहीं करना चाहिए जो स्तर में बदलाव का अनुभव करना चाहते है। जिन लोगों ने पवित्र शास्त्र के स्तर में बदलाव का आनंद उठाया, उन्होंने समय के विभिन्न मुद्दों पर इन सिद्धांतों का प्रदर्शन किया। आइए मूल सिद्धांतों को देखें।

१. ईमानदारी (सत्यनिष्ठा) से जीना
परमेश्वर ने दाऊद को चुना और उसका स्तर बदल दिया क्योंकि वह खराई का व्यक्ति था।
तब उसने खरे मन से उनकी चरवाही की, 
और अपने हाथ की कुशलता से उनकी अगुवाई की॥ (भजन संहिता ७८:७२)

२. परमेश्वर के भय के साथ जीना
परमेश्वर का भय ज्ञान की शुरुआत है। परमेश्वर का भय आपको स्तर में बदलाव के लिए तैयार करेगा। यूसुफ की परीक्षा हुई, और यदि वह परीक्षा में विफल हो जाता, तो वह राजभवन में नहीं पहुंचता। आप पाप के सुख से गुजरेंगे या परीक्षा होगी; यदि आप स्तर में बदलाव की इच्छा रखते हैं तो परमेश्वर का भय आपके ह्रदय पर राज करना चाहिए। (उत्पत्ति ३९:९)

३. स्तर में बदलाव के लिए प्रार्थना करें
यदि आप प्रार्थना कर सकते हैं तो परमेश्वर आपके स्तर को बदलने के लिए तैयार है।

९ और याबेस अपने भाइयों से अधिक प्रतिष्ठित हुआ, और उसकी माता ने यह कहकर उसका नाम याबेस रखा, कि मैं ने इसे पीड़ित हो कर उत्पन्न किया। १० और याबेस ने इस्राएल के परमेश्वर को यह कह कर पुकारा, कि भला होता, कि तू मुझे सचमुच आशीष देता, और मेरा देश बढाता, और तेरा हाथ मेरे साथ रहता, और तू मुझे बुराई से ऐसा बचा रखता कि मैं उस से पीड़ित न होता! और जो कुछ उसने मांगा, वह परमेश्वर ने उसे दिया। (१ इतिहास ४:९-१०)

४. आपको परमेश्वर की अनुग्रह की जरुरत है
एस्तेर का स्तर बदल गई थी क्योंकि उसने प्रतियोगिता के लिए आने वाली अन्य महिलाओं की तुलना में अधिक अनुग्रह प्राप्त की थी। अनुग्रह आपको स्तर में बदलाव के योग्य बना सकता है।

१७ और राजा ने एस्तेर को और सब स्त्रियों से अधिक प्यार किया, और और सब कुंवारियों से अधिक उसके अनुग्रह और कृपा की दृष्टि उसी पर हुई, इस कारण उसने उसके सिर पर राजमुकुट रखा और उसको वशती के स्थान पर रानी बनाया। (एस्तेर २:१७)

५. परमेश्वर के साथ एक वास्तविक मुठभेड़ रखिए
यह वह मुठभेड़ थी जो मूसा की परमेश्वर के साथ हुई थी जिसने उसकी स्थिति को बदल दिया। मूसा फिरौन के पास से जंगल की ओर भागा, परन्तु जब परमेश्वर से उसका सामना हुआ, तब वह फिरौन के लिथे देवता बन गया। (पढ़ें निर्गमन ३:२, ४-१०)

६. दूसरों की समस्या का समाधान बनें
यूसुफ ने स्तर में बदलाव का अनुभव किया क्योंकि वह फिरौन और मिस्र के लिए एक समाधान था। यदि आप स्तर में बदलाव का आनंद लेना चाहते हैं तो दूसरों के जीवन में मूल्य को जोड़िए।

७. बुद्धि हासिल करें
बुद्धि सबसे बड़ी चीज़ है, और सुलैमान ने यही मांगा था। परमेश्वर ने सुलैमान को जो बुद्धि दी थी, उससे उसका स्तर बदल गया। (१ राजा ३:५-१५)

परमेश्वर कभी भी किसी के स्तर को बदल सकता हैं, परमेश्वर पर हार मत मानिए। उनकी सेवा विश्वासयोग्यता से करें, और वह सही समय पर आपको ऊंचा उठाएगा।
ஜெபம்
हर एक प्रार्थना अस्त्र को तब तक दोहराएं जब तक कि यह आपके हृदय से गूंज न जाए। उसके बाद ही आपको अगले अस्त्र पर आगे बढ़ना चाहिए। प्रार्थना मुद्दे को व्यक्तिगत रूप से करें, और आगे बढ़ने से पहले सुनिश्चित करें कि यह वास्तव में पूर्णहृदय से है, हर एक प्रार्थन मुद्दे के लिए कम से कम एक मिनट समर्पित करें।

१. हे प्रभु, अपनी सामर्थ से, यीशु के नाम में मुझे स्तर में बदलावट का अनुभव करा। (भजन संहिता ७५:६-७)

२. पिता, यीशु के नाम में, मैं प्रार्थना करता हूं कि इस ४० दिन के उपवास में हर एक जन ऊंचे स्तर पर जाए। (यशायाह ४०:३१)
३. यीशु के नाम में असफलता की आत्मा को मैं अस्वीकार करता हूं। (फिलिप्पियों ४:१३)

४. यीशु के नाम में मेरे सभी कामों में फलदायी होने का अनुग्रह को मैं ग्रहण करता हूं। (यूहन्ना १५:५)

५. यीशु के नाम में, मैं व्यर्थ परिश्रम नहीं करूंगा। न तो मेरे प्रियजन व्यर्थ परिश्रम करेंगे। (यशायाह ६५:२३)

६. पिता, यीशु के नाम में मुझे उन लोगों से जोड़ जिन्हें आपने मेरे अगले स्तर के लिए तैयार किया है। (नीतिवचन १६:९)

७. पिता, यीशु के नाम में मेरे अगले स्तर के लिए सफलता के विचार मुझे दे। (याकूब १:५)

८. यीशु के नाम में गवाही के लिए नई मैंअंतर्दृष्टि (परिज्ञान) को ग्रहण करता हूं।  (रोमियो १२:२)

९. पिता, यीशु के नाम में मेरे लिए सफलता के नए द्वार को खोल। (प्रकाशितवाक्य ३:८)

१०. यीशु के नाम में आर्थिक सफलताओं के लिए मैं अनुग्रह को ग्रहण करता हूं। (३ यूहन्ना १:२)

११. पिता, यीशु के नाम में मेरे लिए अंतर्राष्ट्रीय द्वार को खोल। (प्रेरितों के काम १६:९)


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