हिंदी मराठी తెలుగు മലയാളം தமிழ் ಕನ್ನಡ Contact us Contact us Listen on Spotify Listen on Spotify Download on the App StoreDownload iOS App Get it on Google Play Download Android App
 
Login
Online Giving
Login
  • Home
  • Events
  • Live
  • TV
  • NoahTube
  • Praises
  • News
  • Manna
  • Prayers
  • Confessions
  • Dreams
  • E-Books
  • Commentary
  • Obituaries
  • Oasis
  1. Home
  2. Daily Manna
  3. २१ दिन का उपवास: दिन ३
Daily Manna

२१ दिन का उपवास: दिन ३

Tuesday, 14th of December 2021
117 30 9033
Categories : उपवास और प्रार्थना
पूरी बाइबल में, यीशु के लहू को छोड़कर किसी भी लहू को "बहुमूल्य" नहीं कहा गया है (१ पतरस १:१९)। प्रभु यीशु ने अपने छुटकारे के लिए भारी कीमत चुकाई है और कीमत है "उनका अपना बहुमूल्य लहू"।

यीशु के बहुमूल्य लहू का उन लोगों के लिए अद्भुत लाभ है जिन्होंने यीशु मसीह को अपना प्रभु और उद्धारकर्ता माना है।

यीशु मसीह के लहू के लाभ- I

१. शुद्ध करना
पर यदि जैसा वह ज्योति में है, वैसे ही हम भी ज्योति में चलें, तो एक दूसरे से सहभागिता रखते हैं; और उसके पुत्र यीशु का लहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है। (१ यूहन्ना १:७)

ज्योति में चलने का मतलब यह नहीं है कि हम पूरी तरह से चल रहे हैं। इसका सीधा सा मतलब है कि उससे कुछ भी छिपाए बिना उससे पहले चलना। यीशु का लहू तो शुद्ध के लिए 
उपलब्ध है।

२. छुटकारा
छुटकारा का मतलब है वापस खरीदना। हमें शैतान के नियंत्रण में पाप करने के लिए दासता में बेच दिया गया था। जब यीशु ने अपने पापों के लिए खुदका लहू बहाया अब हम पाप की शक्ति से मुक्त हो गए है। आप और मैं यीशु के लहू के द्वारा खरीदे गए है। अब, आप और मैं उसी के हैं।

हम को उस में उसके लोहू के द्वारा छुटकारा, अर्थात अपराधों की क्षमा, उसके उस अनुग्रह के धन के अनुसार मिला है। (इफिसियों १:७)

३. मुक्ति और संरक्षण
जब मिस्र में मृत्यु का दूत गुजरेगा, तो मेमने के लहू ने इस्राएलियों को निश्चित रूप में मौत से बचाया। (निर्गमन १२)

और वे मेम्ने के लोहू के कारण, और अपनी गवाही के वचन के कारण, उस पर जयवन्त हुए, और उन्होंने अपने प्राणों को प्रिय न जाना, यहां तक कि मृत्यु भी सह ली। (प्रकाशित वाक्य १२:११)

पवित्रशास्त्र हमें स्पष्ट रूप से बताता है कि शैतान और उसके शैतानी गिरोह यीशु के लहू से और खुद को पूरी तरह से मसीह के लिए समर्पित करने से विजय हो सकते हैं।

 
Confession
(हर प्रार्थना अस्त्र को तब तक दोहराएं जब तक वह आपके मन से नहीं आती है। इसके बाद ही अगली प्रार्थना अस्त्र की ओर बढ़ें। (इसे दोहराएं, इसे अमल करें, हर प्रार्थना मुद्दे पर कम से कम १ मिनट तक ऐसा करें)

१. मैं अपने आप को यीशु मसीह के लहू में डुबो देता हूं: मैं अपनी आत्मा, विवेक, अंतर्ज्ञान और आराधनाको ढंक लेता हूं: यीशु के लहू के साथ ।

२. मैं अपनी आत्मा को ढंक लेता हूं: चेतन, अवचेतन और अचेतन: मन, इच्छा, भावनाओं और बुद्धि यीशु के लहू के साथ।

३. मैं अपनी पांच इंद्रियों को ढंक लेता हूं: दृष्टि, सुनना, गंध, स्वाद और स्पर्श को यीशु के लहू के साथ। 

४. मैं अपने भौतिक शरीर को ढंक लेता हूं: मस्तिष्क, शारीरिक भूख और यौन चरित्र यीशु के लहू के साथ।

५. मैं अपना जीवन और कर्म को यीशु के लहू में भिगो देता हूँ।

६. यीशु का लहू, मेरे जीवन के हर क्षेत्र में अब और गहराई से बहे, यीशु के नाम से छुटकारा, मुक्ति और चंगाई गहराई तक ले जाये।

७. मैं अपने और अपने परिवार के सदस्यों पर, यीशु के नाम से, यीशु का लहू बहता हूँ। 

८. मैं अपने दरवाजे और यीशु मसीह के लहू के साथ मेरी सारी संपत्ति को ढक देता हूं (निर्गमन १२:१३)।

[कुछ तेल को ले लो और अपने घर के दरवाजे और खिड़कियां और अन्य चीजों का अभिषेक करें और इसे अपने घर और संपत्ति का अभिषेक करते हुए भी कहते रहें]

९. मैं यीशु मसीह के लहू के माध्यम से शैतान पर विजय पाता हूं (प्रकाशितवाक्य १२:११) [अपने और अपने परिवार के सदस्यों का तेल से अभिषेक करें]

१०. मैं यीशु मसीह के लहू को छिड़कता हूं और कई गुना अनुग्रह और शांति प्राप्त करता हूं। (१ पतरस १:२)

११. मैं सनातन वाचा के लहू से परिपूर्ण हूं। (इब्रानियों १३:२०-२१)

१२. मैं यीशु मसीह के लहू के माध्यम से परमेश्वर की उपस्थिति में प्रवेश करने का साहस (हियाव) रखता हूं (इब्रानियों १०:१९)

१३. मेरा विवेक यीशु मसीह के लहू के माध्यम से जीवित परमेश्वर की सेवा करने के लिए मरे हुए कामों को शुद्ध किया गया है (इब्रानियों ९:१४)

१४. मुझ को यीशु मसीह के लहू के माध्यम से छुटकारामिली है और मुझे बुराई की शक्ति से छुड़ाया गया है (इफिसियों १:७)

१५. कुछ समय के लिए यहोवा की आराधना कीजिए। आप यीशु के लहू के बारे में एक आराधना गीत गा सकते हैं।

Join our WhatsApp Channel


Most Read
● दिन २१: ४० का उपवास और प्रार्थना
● प्रभु कभी विफल नहीं होते
● दूसरा (एक और) अहाब मत बनो
● अपने घर के माहौल को बदलना - ५
● निराशा पर कैसे विजय पाना
● दिन २०: ४० दिन का उपवास और प्रार्थना
● आराधना: शांति की कुंजी
Comments
CONTACT US
Phone: +91 8356956746
+91 9137395828
WhatsApp: +91 8356956746
Email: [email protected]
Address :
10/15, First Floor, Behind St. Roque Grotto, Kolivery Village, Kalina, Santacruz East, Mumbai, Maharashtra, 400098
GET APP
Download on the App Store
Get it on Google Play
JOIN MAILING LIST
EXPLORE
Events
Live
NoahTube
TV
Donation
Manna
Praises
Confessions
Dreams
Contact
© 2025 Karuna Sadan, India.
➤
Login
Please login to your NOAH account to Comment and Like content on this site.
Login