हिंदी मराठी తెలుగు മലയാളം தமிழ் ಕನ್ನಡ Contact us Contact us Listen on Spotify Listen on Spotify Download on the App StoreDownload iOS App Get it on Google Play Download Android App
 
Login
Online Giving
Login
  • Home
  • Events
  • Live
  • TV
  • NoahTube
  • Praises
  • News
  • Manna
  • Prayers
  • Confessions
  • Dreams
  • E-Books
  • Commentary
  • Obituaries
  • Oasis
  1. Home
  2. Daily Manna
  3. आपको उन्हें प्रभावित करना चाहिए
Daily Manna

आपको उन्हें प्रभावित करना चाहिए

Tuesday, 26th of August 2025
28 20 658
Categories : नेतृत्व प्रभाव
मिस्र की भूमि के सिद्धांत के अनुसार,  तुम जिस देश में रहते थे अर्थात् मिस्र देश के से कार्य न करना और न जिस देश में मैं तुम्हें लिए जाता हूं अर्थात् कनान देश के से कार्य करना। उन देशों की विधियों पर न चलना। (लैव्यव्यवस्था १८:३)

मूसा को निर्देश दिया गया था कि वह परमेश्वर के लोगों को बताए कि उन्हें अपना जीवन अलग तरह से जीना है। वे जीवित नहीं थे क्योंकि उन्होंने मिस्रियों को जीवित देखा था, जबकि वे उनके दास थे। न ही वे कनान के लोगों के रूप में रहना शुरू कर रहे थे, जिस देश में परमेश्वर उन्हें ले जा रहे थे, जो उन्हें प्राप्त करना था।

सिद्धांत स्पष्ट है। वह स्थान जहाँ आप रहते हैं और जिन लोगों के बीच आप रहते हैं, वे आपको प्रभावित नहीं करते, बल्कि आप उन्हें सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं।

प्रभु यीशु ने कहा, "तुम पृथ्वी के नमक हो" (मत्ती ५:१३)। सही मात्रा नमक स्वाद लाता है जो भोजन का मूल्य बढ़ाता है। ठीक उसी तरह आपको अपने आसपास के लोगों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करना है।

अफसोस की बात है कि आज मसीही अक्सर दुनिया से अपना आदर्श लेते हैं, न कि परमेश्वर और उनके वचन से। स्पष्ट रूप से, मसीही को अपनी नैतिकता में दुनिया से अलग होना चाहिए, और उन्हें बाइबल के नैतिकता को ऊँचे स्तर से पालन करना चाहिए।

हमें तापस्थापी(थर्मोस्टेट) होना चाहिए, न की तापमान-यंत्र (थर्मामीटर) । थर्मामीटर बस अपने आसपास के वर्तमान तापमान को दर्शाता है। लेकिन थर्मोस्टेट तापमान को दर्ज करता है और फिर इसे एक निर्धारित स्तर में बदलने की कोशिश करता है।

प्रभु ने भविष्यवक्ता यिर्मयाह से कहा, “तुम उन्हें प्रभावित करो; उन्हें आपको प्रभावित करने न देना ”(यिर्मयाह १५:१९)

पूर्व कलीसिया में, मसीह द्वारा पेश की गई मसीह धर्म की सच्चाई के लिए एक बहस था "आप हमारे जीवन को देखकर सच जान सकते हो।" लेकिन आज, मसीह कहता है, "मुझे मत देखो, यीशु को देखो।"

प्रेरित पौलुस ने रोमियो को लिखा, इस संसार के अनुरूप न बनो, परन्तु अपने मन के नए हो जाने से तुम परिवर्तित हो जाओ कि परमेशवर की भली, ग्रहणयोग्य और सिद्ध इच्छा को तुम अनुभव से मालूम करते रहो। (रोमियो १२:२)

Bible Reading: Jeremiah 43-45
Prayer
पिता, यीशु के नाम में, मेरी मदद करो ताकि मैं इस दुनिया के प्रवाह के साथ न जाने पाऊ बल्कि आपके स्तर के अनुसार जीऊ। पवित्र आत्मा मेरी मदद करो ताकि मेरे चारो ओर के लोगों को मसीह के आदर्श मुझे में दिखा सकू, आमीन |



Join our WhatsApp Channel


Most Read
● आप यीशु की ओर कैसे ताकते रहें है?
● परमेश्वर के वचन को मत बदलो
● इच्छानुरूप खोज
● आपका उद्देश्य क्या है?
● २१ दिन का उपवास: दिन १३
● आत्माओं को जीतना - यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
● वचन का प्रभाव
Comments
CONTACT US
Phone: +91 8356956746
+91 9137395828
WhatsApp: +91 8356956746
Email: [email protected]
Address :
10/15, First Floor, Behind St. Roque Grotto, Kolivery Village, Kalina, Santacruz East, Mumbai, Maharashtra, 400098
GET APP
Download on the App Store
Get it on Google Play
JOIN MAILING LIST
EXPLORE
Events
Live
NoahTube
TV
Donation
Manna
Praises
Confessions
Dreams
Contact
© 2025 Karuna Sadan, India.
➤
Login
Please login to your NOAH account to Comment and Like content on this site.
Login