Daily Manna
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२१ दिन का उपवास: दिन १३
Friday, 24th of December 2021
Categories :
उपवास और प्रार्थना
अलौकिक छुटकारा
अंगीकार करें (हर बार यह ऊंची आवाज़ में कहें)
१. जो मुझे सामर्थ देता है उस में मैं सब कुछ कर सकता हूं। । (फिलिप्पियों ४:१३)
२. मेरे में मसीह का मन है। (१ कुरिन्थियों २:१६)
३. मेरी गति प्रभु की ओर से दृढ़ होती है। (भजन संहिता ३७:२३)
४. मैं परमेश्वर से प्रेम करता हूं, मेरे लिये सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती है; अर्थात उन्हीं के लिये जो उन की इच्छा के अनुसार बुलाया गया हूं। (रोमियों ८:२८)
५. क्योंकि मैं रूप को देखकर या भावनाओं से नहीं, पर विश्वास से चलता हूं। (२ कुरिन्थियों ५:७)
६. मैं मेम्ने के लहू के कारण, और अपनी गवाही के वचन के कारण, शैतान पर जयवन्त होता हूं, और मैं अपने प्राणों को प्रिय न जाना, यहां तक कि मृत्यु भी सह ली। (प्रकाशितवाक्य १२:११)
७. जो मुझ में है, वह उस से जो संसार में है, बड़ा है। (१ यूहन्ना ४:४)
८. प्रभु की महिमा के लिए मेरे सारे कामों पर आशीष देगा। (व्यवस्थाविवरण २८:१२)
९. मैं परमेश्वर के आधीन हो जाता हूं; और शैतान का साम्हना करता हूं और वह मेरे पास से भाग निकलेगा। (याकूब ४:७)
१०. मैं शैतान को कोई स्थान या कोई अवसर नहीं दूंगा। (इफिसियों ४:२७)
११. मैं मसीह यीशु में परमेश्वर की धार्मिकता हूं। (२ कुरिन्थियों ५:२१)
१२. परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा मुझे जयवन्त करता है। (१ कुरिन्थियों १५:५७)
मनन के लिए वचन
जकर्याह १:१८-२०
इब्रानियों ११:१
Prayer
हर प्रार्थना अस्त्र को तब तक दोहराएं जब तक वह आपके मन से नहीं आती है। उसके बाद ही अगली प्रार्थना अस्त्र की ओर बढ़ें। (इसे दोहराएं, इसे अमल करें, कम से कम १ मिनट तक हर एक प्रार्थना मुद्दे के साथ ऐसा करें)
१. पिता परमेश्वर, आपकी शक्तिशाली सामर्थ द्वारा, यीशु के लहू से, पवित्र आत्मा की अग्नि के द्वारा, यीशु के नाम में मेरे विरुद्ध किसी भी बाधा उत्पन्न करने वाली आत्माओं को तितर-बितर करना और नष्ट करना।
२. मेरे जीवन पर, आत्मिक, शारीरिक, आर्थिक, वैवाहिक और शिक्षण रूप से, मैं दुष्टता की आज्ञा या श्राप को यीशु के नाम में तोड़ता हूं।
३. जीवित परमेश्वर की आत्मा, उठ और मुझे यीशु के नाम में आशीष देने के स्थान पर ले चल।
४. पिता परमेश्वर, मुझे आत्मिक सहायकों को से यीशु के नाम में जोड़दे, उचित कर और निर्देशित कर।
५. जीवित परमेश्वर की आत्मा, उठ और मेरे चेहरे को ढकने वाली किसी भी बुरे पर्दें को निकाल दे ताकि मैं यीशु के नाम में स्पष्ट रूप देख सकूं।
६. जीवन में सफल होने की सामर्थ, अभी मुझ पर, यीशु के नाम में आ जाए।
७. यीशु के नाम में मुझे देखने और विचार करने की सामर्थ मिले।
८. जयवन्त पाने की सामर्थ, अभी मुझ पर, यीशु के नाम में उंढेला जाए।
९. हर विचार और कल्पना जो खुद को परमेश्वर के ज्ञान से ऊपर ले जाती है, मैं उनको यीशु के सामर्थी नाम में निकाल देता हूं।
१०. मेरे जीवन में स्थिरता को बढ़ाने वाली हर शक्ति, यीशु के नाम में मृत्यु हो जाए।
११. मेरे जीवन में गरीबी को दूर करने वाली कोई भी शक्ति, यीशु के नाम में मृत्यु हो जाए।
१२. हे यहोवा, पवित्र आत्मा के अभिषेक से मेरी सफलता के हर एक रूकावट को यीशु के नाम में तोड़ता हूं।
१३. मेरी सफलता कोई बेचने के योग्य नहीं है, मैं यीशु के नाम में पवित्र आत्मा और यीशु के लहू के अभिषेक द्वारा आगे बढ़ता हूं।
१४. किसी भी पाप के लिए जो मेरे जीवन में, परिवार, सेविकाई और विवाह में प्रवेश करने और संचालित करने के लिए किसी भी आत्मा के लिए दरवाजा खोल दिया है उससे मैं पश्चाताप करता हूं और क्षमा प्राप्त करता हूं।
१५. हे यहोवा, मेरे जीवन को आपके अग्नि से शुद्ध कर।
१६. मेरे जीवन, मेरे परिवार, मेरे विवाह, मेरे बच्चे, मेरी कलीसिया, मेरे राष्ट्र, दुनिया को आपके पवित्र आत्मा के द्वारा यीशु के नाम में आपकी अग्नि से मुक्त कर।
१७. प्रभु, मुझे यीशु के नाम में आपकी पवित्र आत्मा की अग्नि से बपतिस्मा दें। (५ मिनट तक अन्य भाषा में प्रार्थना करे या जैसा कि पवित्र आत्मा आपको अनुग्रह देता है)
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