हिंदी मराठी తెలుగు മലയാളം தமிழ் ಕನ್ನಡ Contact us Contact us Listen on Spotify Listen on Spotify Download on the App StoreDownload iOS App Get it on Google Play Download Android App
 
Login
Online Giving
Login
  • Home
  • Events
  • Live
  • TV
  • NoahTube
  • Praises
  • News
  • Manna
  • Prayers
  • Confessions
  • Dreams
  • E-Books
  • Commentary
  • Obituaries
  • Oasis
  1. Home
  2. Daily Manna
  3. आत्मिक विकास के निःशब्द अवरोधक
Daily Manna

आत्मिक विकास के निःशब्द अवरोधक

Saturday, 7th of October 2023
38 30 2016
Categories : Distraction In His Presence Parables of Jesus
मरकुस ४:१३-२० में, यीशु ने एक गहरी दृष्टांत साझा किया है जो परमेश्वर के वचन के प्रति विभिन्न प्रतिक्रियाओं को रेखांकित करता है। जैसे-जैसे हम इस पवित्रशास्त्र में गहराई से जाते हैं, यह स्पष्ट होता है कि विभिन्न रूपों में ध्यान भटकना, हमारे आत्मिक विकास में बाधा डालने वाले प्रमुख अपराधों (दोषियों) में से एक है।

प्रभु यीशु ने यह समझाते हुए शुरुआत की, "बोने वाला वचन बोता है" (मरकुस ४:१४)। यह वचन सत्य है, सुसमाचार है, परमेश्वर का जीवन-प्रदायक वादा है। हालाँकि, इस बोने का नतीजा हमेशा वह फलदायी फसल नहीं होता जिसकी हम उम्मीद करते हैं।

उठा लिया गया वचन:
"जो मार्ग के किनारे के हैं जहां वचन बोया जाता है, ये वे हैं, कि जब उन्होंने सुना, तो शैतान तुरन्त आकर वचन को जो उन में बोया गया था, उठा ले जाता है।" (मरकुस ४:१५) हम कितनी बार एक उपदेश सुनते हैं, अपने ह्रदय में खिंचाव महसूस करते हुए, लेकिन घर पहुंचने तक उसका सार या सारांश भूल जाते हैं? शत्रु हमेशा सतर्क रहता है, और हमारे मानों तक पहुंचने वाली सच्चाई की किसी भी झलक को छीनने या उठाने का इंतजार कर रहा है।

पत्थरीली भूमि का वचन:
"और वैसे ही जो पत्थरीली भूमि पर बोए जाते हैं, ये वे हैं, कि जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते हैं। परन्तु अपने भीतर जड़ न रखने के कारण वे थोड़े ही दिनों के लिये रहते हैं।" (मरकुस ४:१६-१७) किसी आराधना समय या आत्मिक सभा के दौरान भावनात्मक उत्साह महसूस करना असामान्य नहीं है। फिर भी, मसीह में गहरी जड़ों के बिना, यह आनंद क्षणभंगुर हो सकता है। चुनौतियों का सामना करने पर हमारा विश्वास डगमगा सकता है। जैसा कि यशायाह ४०:८ कहता है, "घास तो सूख जाती, और फूल मुर्झा जाता है; परन्तु हमारे परमेश्वर का वचन सदैव अटल रहेगा।" एक विश्वास जो दृढ़ रहता है वह यह है जो परमेश्वर के अनंतकाल के वचन में गहराई से निहित है।

झाडियों में बोए गए वचन:
यहीं पर ध्यान भटकने वाली बातें अपनी सबसे चालाक भूमिका निभाती हैं। "...और संसार की चिन्ता, और धन का धोखा, और और वस्तुओं का लोभ उन में समाकर वचन को दबा देता है। और वह निष्फल रह जाता है।" (मरकुस ४:१९) ध्यान भटकना हमेशा भव्य या स्पष्ट नहीं होते। वे "इस संसार की चिन्ता" या "धन का धोखा" जितनी सूक्ष्म हो सकती हैं। यह परमेश्वर की अंगीकार के बजाय सांसारिक मान्यताओं की निःशब्द खोज हो सकती है। नीतिवचन २३:४ चेतावनी देता है, "धनी होने के लिये परिश्रम न करना; अपनी समझ का भरोसा छोड़ना।"

एम्प्लीफाइड बाइबिल आगे विस्तार से बताती है, ध्यान भटकने के बारे में "खुशी और आनंद और झूठे आकर्षण और धन की धोखाधड़ी, और अन्य चीजों के लिए लालसा और भावुक इच्छा" के रूप में प्रदर्शित करती है (मरकुस ४:१९ एएमपी)। जब ये इच्छाएँ घर कर जाती हैं, तो वे हमारे आत्मिक विकास का गला घोंट देती हैं। हमें १ यूहन्ना २:१५-१७ में याद दिलाया गया है कि, "तुम न तो संसार से और न संसार में की वस्तुओं से प्रेम रखो: यदि कोई संसार से प्रेम रखता है, तो उस में पिता का प्रेम नहीं है।"

फल लानेवाली वचन
फिर भी, सारी आशा ख़त्म नहीं हुई है। यीशु उन लोगों के बारे में बात करते हैं जो "और जो अच्छी भूमि में बोए गए, ये वे हैं, जो वचन सुनकर ग्रहण करते और फल लाते हैं, कोई तीस गुणा, कोई साठ गुणा, और कोई सौ गुणा।" (मरकुस ४:२०) यहां कुंजी अच्छी भूमि है। एक तैयार हृदय, जो विनम्रता और प्रार्थना से ओत-प्रोत है, न केवल सुनने के लिए बल्कि वचन को स्वीकार करने और उस पर अमल करने के लिए भी तैयार है।

ध्यान भटकने वाली चीजों पर वियज पाना
याकूब ४:७-८ निर्देश देता है, "इसलिये परमेश्वर के आधीन हो जाओ; और शैतान का साम्हना करो, तो वह तुम्हारे पास से भाग निकलेगा। परमेश्वर के निकट आओ, तो वह भी तुम्हारे निकट आएगा।" यह विश्वास के प्रति एक सक्रिय दृष्टिकोण है। ध्यान भटकने को पहचानने और उनका विरोध करने और परमेश्वर के निकट आने से, हम अच्छी भूमि की तरह, उपजाऊ और फल देने के लिए तैयार हो जाते हैं।

आइए हम इब्रानियों १२:२ के शब्दों पर ध्यान दें, "और विश्वास के कर्ता और सिद्ध करने वाले यीशु की ओर ताकते रहें।" ध्यान भटकने से भरी दुनिया में, हमारी निगाहें मसीह, हमारी अनंत आशा और उद्धार पर स्थिर रहें।

Prayer
स्वर्गीय पिता, जीवन के कोलाहल के बीच, हमारे मनों को आप पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मार्गदर्शन कर। हमारे संकल्प को मजबूत कर, सभी ध्यान भटकने वाली चीजों को दूर कर, और हमें आप में सच्चा उद्देश्य को खोजने दें। यीशु के नाम में, आमीन।


Join our WhatsApp Channel


Most Read
● दिन ३२: ४० दिन का उपवास और प्रार्थना
● प्रारंभिक अवस्था में प्रभु की स्तुति करो
● दूसरा (एक और) अहाब मत बनो
● दिन २१: ४० दिन का उपवास और प्रार्थना
● झूठ को ख़त्म करना और सच को अपनाना
● एक अलग यीशु, अलग आत्मा, और एक और सुसमाचार - II
● जीवन लहू में है
Comments
CONTACT US
Phone: +91 8356956746
+91 9137395828
WhatsApp: +91 8356956746
Email: [email protected]
Address :
10/15, First Floor, Behind St. Roque Grotto, Kolivery Village, Kalina, Santacruz East, Mumbai, Maharashtra, 400098
GET APP
Download on the App Store
Get it on Google Play
JOIN MAILING LIST
EXPLORE
Events
Live
NoahTube
TV
Donation
Manna
Praises
Confessions
Dreams
Contact
© 2025 Karuna Sadan, India.
➤
Login
Please login to your NOAH account to Comment and Like content on this site.
Login