ये दुनिया कहती है, "हताश समय, निराशाजनक कदम उठाने को बुलावा देते है "। लेकिन परमेश्वर के राज्य में हताश समय, असाधारण उपायों को बुलावा देते हैं।"
आप शायद पुछना चाहते होंगे कि ये, असाधारण उपाय दरअसल क्या है?
यशायाह 59 :19 तब पश्चिम की ओर लोग यहोवा के नाम का, और पूर्व की ओर उसकी महिमा का भय मानेंगे; क्योंकि जब शत्रु महानद की नाईं चढ़ाई करेंगे तब यहोवा का आत्मा उसके विरुद्ध झण्डा खड़ा करेगा|
परमेश्वर का आत्मा हमेशा उस ऊंचे दर्जे को बनाता है, जो की शत्रु करने की कोशिश कर रहा है । बाईबल के अनुसार हमारी हताशा में परमेश्वर एक भविष्यवाणी का गीत देता है । वचनों के अनुसार भविष्यवाणी के गीत breakthrough पाने का एक जरिया है।
2 इतिहास 20:3 तब यहोशापात डर गया और यहोवा की खोज में लग गया, और पूरे यहूदा में उपवास का प्रचार करवाया।
यह वचन हमें यह बताता है कि ,एक दिन राजा यहोशापात को खबर मिली कि, एक "विशाल सेना " उनके राज्य के खिलाफ आ रही है। और इसके उत्तर में उसने प्रभु की खोज करना शुरू किया । अब आपको यह समझना जरूरी है कि, प्रभु की खोज करने में ओर प्रार्थना करने में काफी अंतर है।
मुझे बताने दिजीए समझाने के लिए : जब आप प्रभु की खोज करते हैं, तब आप प्रार्थना कर रहे हैं। लेकिन जब आप प्रार्थना करते हैं, तब संभव है कि आप सच में प्रभु की खोज ना कर रहे हों। वह केवल आपकी जरूरतें और आपके जीवन के लिए होती है। उमीद करता हूँ कि आप समझ पा रहे है कि मैं क्या कहना चाह रहा हुँ।
जब हम प्रभु की खोज करते हैं, वह सिर्फ उसकी उपस्थिती , और उसके वचनों के बारे में होता है। हमारा मन पुरी तरह से केवल उसी पर केंद्रित होता है। हमारी सारी जरूरतें पीछे हो जाती हैं। कभी कभी प्रार्थना में केवल आप के बारे में हो सकता है, बजाए के उसके।
इसके उत्तर में कि लोग प्रभु की खोज कर रहे हैं, यह भविष्यवाणी का वचन मिला, "यह युद्ध तुम्हारा नहीं, लेकिन परमेश्वर का है "। भविष्यवाणी के वचन केवल तभी आते हैं, जब हम उसकी खोज करते हैं। भविष्यवाणी कुछ और नहीं है, परंतु परमेश्वर खुद हमारी परिस्थिती में बोलता है।
कई लोग चूक जाते हैं, इस वचन के द्वारा । यह युद्ध हमारा नहीं, परंतु परमेश्वर का है, इसका मतलब यह नहीं कि हम कहीं छिप जाएं। आपको उस युद्ध का सामना करना होगा, परंतू अच्छी खबर यह है कि, आपको लडना नहीं पडेगा। दाऊद को गोलियाथ का सामना करना पडा, परंतु परमेश्वर ने वहां लडाई लडा।
जिस किसी भी रूकावट या परेशानी से आप गुजर रहे हो , आज परमेश्वर कि खोज करना शुरू करें। जिस परिस्थिती से आप गुजर रहे होंगे वहां परमेश्वर खुद अपने मन कि बात बोलेंगे। और अब आप जानते हैं, उसके मन को इस विषय में।
तो जाईए और सामना किजीए, विजय आपकी है। आप जयवंत से बढकर हैं।
Bible Reading: Isaiah 2-5
अंगीकार
हे पिता, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ, कि मैं जयवंत से बढकर हूँ, क्योंकि यीशु मुझसे प्रेम करता है। मैं पूर्ण रीति से आपकी खोज करने का चुनाव करता हूँ। कृपया करके अपने वचन को मेरी परिस्थिती में बोलिए, ताकि मैं भी अपनी परिस्थिती को आपकी नजरों से देख सकूँ। यीशु के नाम में।। आमीन।
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