बात उन दिनो कि है कि जब याकूब के बेटे मिस्र पहुँच चुके । वे उनके भाई यूसुफ से मिले, लेकिन वह अभी भी खुद को उनके सामने प्रकट नहीं किया है। यूसुफ ने यह जाँचने के लिए एक और परीक्षा दी कि क्या उसके भाइयों के दिल सचमुच बदल गए हैं या नहीं।
यूसुफ अपने प्रबंधक से बिन्यामीन के बोरे में अपना चाँदी का प्याला  ढूंढ़ने को कहता है। जाँच करते समय, बिन्यामीन के कब्जे में चाँदी का प्याला पाया जाता है। बिन्यामीन को हिरासत में ले लिया गया । भाई वापस मिस्र लौट गए ।
फिर से, सभी भाई चुप है (शायद वे बोलने में बहुत हैरान हैं)। हालाँकि, यहूदा ने अपने भाई बिन्यामीन की रक्षा करने के लिए इल्जाम अपने ऊपर ले लिया।
हम उत्पत्ति ४४:३२-३३ 
में इस कारवाई को देख सकते हैं आपके सेवक, मैंने, अपने पिता से लड़के की सुरक्षा का दायित्व यह कहकर लिया है, “यदि मैं उसे आपके पास वापस नहीं लाता तो मैं आपके प्रति आजीवन अपराधी बना रहूँगा।” इसलिए अब कृपया अनुमति दीजिए कि इस लड़के के स्थान पर आपका यह सेवक अपने स्वामी का गुलाम बन कर रहे और लड़का अपने भाइयों के साथ लौट जाए।
एक मध्यस्ती उस व्यक्ति का स्थान ग्रहण करना जहा एक पुरुष या स्त्री मध्यस्थ रहे है
यूसुफ अपने पास खड़े लोगों के सम्मुख स्वयं को रोक न सका। वह चिल्लाया, ‘मेरे पास से सब लोगों को बाहर करो।’ जब यूसुफ ने स्वयं को अपने भाइयों पर प्रकट किया तब उसके साथ कोई न था। वह उच्च स्वर में रो पड़ा। मिस्र-निवासियों ने उसके रोने की आवाज सुनी। फरओ के राजमहल में भी इसका समाचार पहुँचा। ३ यूसुफ ने अपने भाइयों से कहा, ‘मैं यूसुफ हूँ। क्या अब तक मेरे पिता जीवित हैं?’ उसके भाई उसे उत्तर न दे सके; क्योंकि वे उसके सामने घबरा गए थे।(उत्पत्ति४५:१-३ पढ़ें)
मेरा विश्वास है कि यह एक सच्चा भविष्यवाणी है। आज, हर मसीह केवल अपनी आशीष, अपनी परिवार, अपनी कलीसिया, अपनी सेवा आदि के बारे में चिंतित है। यह सब मैं, मुझे और मेरे खुद के बारे में है। यह केवल तब संभव है जब हम बलिदान (खुदको त्याग) संबंधी मध्यस्ती में प्रवेश करते हैं, एक-दूसरे के लिए मध्यस्ती करना, उन तरीकों से प्रभु खुद को हमारे सामने प्रकट करेगा जो हम भी नहीं सोच सकते हैं।
पवित्र आत्मा ने मेरे दिल को बहुत दृढ़ता से प्रभावित किया।
यहूदा की मध्यस्ती ने यूसुफ को अपने भाइयों से प्रकट किया
ठीक उसी तरह आपकी मध्यस्थता मसीह को खोए हुए कई लोगों को प्रकट करेगाl
Bible Reading: Jeremiah 7-9
                अंगीकार
                १. क्योंकि मैं प्रभु यीशु मसीह को अपना प्रभु, परमेश्वर और उद्धारकर्ता मानता हूं, और मैं घोषणा करता हूं कि मैं और मेरा घराना उद्धार पाए | (प्रेरितों के काम १६:१३, अय्यूब २२:२८) 
२. मेरे बच्चे (आपके बच्चों के नाम ले) सुरक्षित रहेंगे, "तेरे सेवकों की सन्तान सुरक्षित निवास करेगी,और उसके वंशज तेरे सम्मुख स्थिर होंगे।"(भजन संहिता १०२: २८) 
३. पिता, यीशु के नाम में, मैं कबूल करता हूं "जो कुछ मेरे पिता ने मुझे दिया है, वह सब से महान् है और उसे पिता के हाथ से कोई नहीं छीन सकता।। (यूहन्ना १०:२९)
                
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