डेली मन्ना
दिन ०८: ४० दिन का उपवास और प्रार्थना
Monday, 18th of December 2023
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उपवास और प्रार्थना
वैवाहिक समाधान, चंगाई और आशीष
फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा, “आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं; मैं उसके लिये एक ऐसा सहायक बनाऊंगा जो उससे मेल खाए।“ (उत्पति २:१८)
विवाह एक दैवी संस्था है, और इसका उद्देश्य फलदायी, संगति और सहयोग है। माता-पिता की यह जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों को परमेश्वर के ज्ञान और मार्गों में बढ़ाना है। वे बच्चे सांसारिक क्षेत्र में परमेश्वर के सैनिकों के समान हैं। शैतान जानता है कि एक धर्मीजन घर का उसके राज्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यही कारण है कि वह इसे रोकने के लिए अपनी समरथ के भीतर सब कुछ कर रहा है।
क्योंकि यहोवा परमेश्वर सूर्य और ढाल है;
यहोवा अनुग्रह करेगा, और महिमा देगा;
और जो लोग खरी चाल चलते हैं;
उन से वह कोई अच्छा पदार्थ रख न छोड़ेगा। (भजन संहिता ८४:११)
परन्तु तुम्हारे अधर्म के कामों ही के कारण वे रुक गए,
और तुम्हारे पापों ही के कारण तुम्हारी भलाई नहीं होती। (यिर्मयाह ५:२५)
विवाह एक अच्छी बात है, और परमेश्वर लोगों से अच्छी चीज़ें लेने से नहीं रोकता है। जब भी आपको अच्छी चीजों को माना अस्वीकार करते हो, तो कमतर पर समझौता न करें; यह परमेश्वर की इच्छा नहीं है। इसका कारण यह या तो आपका पाप है या शैतान जो काम कर रहा है।
वे कौन से आम हमले हैं जो शैतान वैवाहिक समाधान और आशीष के विरुद्ध शुरू कर रहा है?
१. गलत चुनाव या निर्णय
शिमशोन का अभिषेक किया गया था, लेकिन उसने कई वैवाहिक गलतियाँ कीं जिससे उसकी सेवकाई समाप्त हो गई। लोग गलत कारणों से विवाह करते हैं। गलत वजा ही हमेशा गलत जीवनसाथी को आकर्षित करेंगी। विवाह करें क्योंकि आप अपने जीवन के लिए परमेश्वर की इच्छा जानते हैं। गलत व्यक्ति के पास जाने के लिए शैतान आपको गलत तरीके से प्रभावित कर सकता है, सावधान और आत्मिक में रहें।
सही साथी का चुनाव शारीरिक रूप या भौतिक संपत्ति से कहीं अधिक है। आप अपनी ज्ञान से आत्मिक आयाम को नहीं देख सकते; आपको परमेश्वर के चेहरे की खोज करनी चाहिए ताकि वह आपके लिए छिपी हुई चीज़ों और उनकी सिद्ध इच्छा को प्रकट कर सके। कुछ लोगों के विवाहित साथी हैं जिन्होंने उन्हें नष्ट कर दिया या उनके दैवी लक्ष्य को समाप्त कर दिया।
२. विवाह या गर्भधारण में देरी
परन्तु धर्मियों की चाल उस चमकती हुई ज्योति के समान है,
जिसका प्रकाश दोपहर तक अधिक अधिक बढ़ता रहता है। (नीतिवचन ४:१८)
देरी हमारे जीवन के लिए परमेश्वर की इच्छा नहीं है। परमेश्वर चाहता है कि हम चमकते रहें, उठते रहें, और महिमा से महिमा की ओर बढ़ते रहें। इसके आगे जो कुछ भी है वह दुष्ट की ओर से है।
३. उन बच्चों को प्रशिक्षित करें
लड़के को शिक्षा उसी मार्ग की दे जिस में उस को चलना चाहिये,
और वह बुढ़ापे में भी उस से न हटेगा। (नीतिवचन २२:६)
४ जैसे वीर के हाथ में तीर, वैसे ही जवानी के लड़के होते हैं।
५ क्या ही धन्य है वह पुरूष जिसने अपने तर्कश को उन से भर लिया हो! वह फाटक के पास शत्रुओं से बातें करते संकोच न करेगा॥ (भजन संहिता १२७:४-५)
यदि माता-पिता अपने बच्चों को प्रभु के मार्ग में प्रशिक्षित करने में सफल होते हैं, तो वे बच्चे परमेश्वर के लिए सैन्य बनेंगे। शैतान हर बच्चे में महानता के बीज के बारे में पूरी तरह से जानता है, और जब वे बहुत छोटे होते हैं तो वह उनके मन पर हमला करना चाहता है। प्रार्थनापूर्वक अपने बच्चों की रक्षा करें, और यह भी सुनिश्चित करें कि आप उनमें सही मूल्य डालें। सोशल मीडिया पर शैतानी संगीत और बकवास के साथ स्कूल में अपने साथियों के बीच शैतान कई बच्चों के मन पर हमला कर रहा है।
यदि आप अपने बच्चों के लिए शिक्षण और भौतिक प्रावधान प्रदान करते हैं, तो शैतान लाभ उठाएगा। आपको उन्हें आत्मिक रूप से भी प्रशिक्षित करना चाहिए।
४. तलाक
"इसलिये जिसे परमेश्वर ने जोड़ा है उसे मनुष्य अलग न करे।” (मरकुस १०:९)
भले ही आप सफलतापूर्वक सही व्यक्ति से विवाह किया है, फिर भी शैतान तलाक देने की कोशिश करेगा। कभी-कभी, वह आपके परिवार पर गरीबी, तूफान और बीमारी का आक्रमण करेगा। वह आपके और आपके जीवनसाथी के बीच गलतफहमिया और गुस्से को भड़काएगा। यदि आप उसके युक्ति के बारे में जानते हैं, तो आपको उससे अधिक लाभ होगा। जिन जोड़ों ने तलाक का अनुभव किया है, उनका इरादा अपनी विवेक के दिन तलाक लेने का नहीं था। उन्होंने एक-दूसरे से वादा किया, "जब तक मौत हमें अलग न करे ..." लेकिन शैतान चुनौतियों के साथ आया और उन्हें अलग कर दिया।
५. व्यभिचार
कि शैतान का हम पर दांव न चले, क्योंकि हम उस की युक्तियों से अनजान नहीं। (२कुरिन्थियों २:११)
व्यभिचार एक प्रमुख हथियार है जिसे शैतान जोड़ों के विरुद्ध प्रयोग करता है। कई विवाहित जोड़ों को लुभाने के लिए शैतान एक अजीब महिला/पुरुष का आयोजन करता है। जिस क्षण जीवनसाथी गिरता है, अगला कार्य उसे छुपाने की होती है। इसे छुपाने के बाद ज्यादातर लोग इस तरह की हरकत में लगे रहेंगे क्योंकि इसे खुलासा किए बिना इसे रोकना मुश्किलहै।
परमेश्वर के एक भविष्यवक्ता जो आत्मा के आयाम में शक्तिशाली रूप से आगे बढ़ रहे थे, तो उन्होंने एक बार कहा था कि, विवाहों में व्यभिचार के लिए दरवाजे खोलने वालों में से एक है जब जोड़े एक साथ अश्लील चित्र देखते हैं। ऐसे काम करने वाले लोग शादीशुदा जोड़े नहीं हैं, और उन्हें व्यभिचार करते देखना घर में लैंगिक अनैतिकता की आत्मा को आकर्षित करता है।” बहुत सावधान रहें।
वैवाहिक समाधान, चंगाई और आशीष का आनन्द कैसे लें
यदि आप अपनी विवाह में दर्द और परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो परमेश्वर आपकी विवाह को ठीक कर सकते हैं। साथ ही, यदि आपको अपने विवाह में आशीष की जरुरत है या आप विवाह में घर बसाना चाहते हैं, तो परमेश्वर का वचन आपको ढक लेता है।
तो, आपको कौन सी चीजें करनी चाहिए?
१. वाचा की मानसिकता को विकसित करें
यशायाह ३४:१६ के अनुसार, परमेश्वर ने आज्ञा दी कि पक्षियों और जानवरों को एक साथी की कमी नहीं होगी। अगर परमेश्वर पक्षियों और जानवरों की देखभाल कर सकता हैं, तो आपको और कितना अधिक? आप पक्षियों और जानवरों की तुलना में अधिक मूल्यवान हैं। (मत्ती १०:३१)
यदि आप अविवाहित हैं, तो विवाह को ऐसी चीज़ के रूप में न देखें जो आपको संपूर्ण बनाए। विवाह को अपने आप में एक अंत के रूप में न देखें। विवाह वह नहीं है जो आपको संपूर्ण बनाएगा; आप मसीह में संपूर्ण हैं। (कुलुस्सियों २:१०)
२. प्रेम में बढ़ो
प्रेम विवाह में आपके किसी भी घाव को ठीक कर सकता है। प्रेम आपके परिवार को आशीषित कर सकता है, और यह आपके घर में परमेश्वर की उपस्थिति को आकर्षित कर सकता है। प्रेम सबसे बड़ा है; यह विश्वास, आशा और शक्ति से बड़ा है। (१ कुरिन्थियों १३:१३)। प्रेम में बढ़ने का एक तरीका है आराधना में समय व्यतीत करना। जब आप ऐसा करते हैं, तो परमेश्वर का प्रेम आपके हृदय में उण्डेल दिया जाएगा। (रोमियो ५:५)
३. अच्छे चरित्र या स्वाभाव का विकास करें
केवल यही नहीं, वरन हम क्लेशों में भी घमण्ड करें, यही जानकर कि क्लेश से धीरज। ओर धीरज से खरा निकलना, और खरे निकलने से आशा उत्पन्न होती है। (रोमियो ५:३-४)
आपका स्वाभाव निर्धारित कर सकता है कि आप विवाह का आनंद लेंगे या सहन करेंगे। बुरा स्वाभाव घर को तोड़ देता है और बच्चों को समाज में असफल होने के लिए तैयार कर देता है।
प्रार्थना
हर एक प्रार्थना अस्त्र को तब तक दोहराएं जब तक कि यह आपके हृदय से गूंज न जाए। उसके बाद ही आपको अगले अस्त्र पर आगे बढ़ना चाहिए। प्रार्थना मुद्दे को व्यक्तिगत रूप से करें, और आगे बढ़ने से पहले सुनिश्चित करें कि यह वास्तव में पूर्णहृदय से है, हर एक प्रार्थन मुद्दे के लिए कम से कम एक मिनट समर्पित करें।
१. मैं अपने घर और अपने परिवार के सभी सदस्यों को यीशु के लहू से यीशु के नाम में ढकता हूँ। (प्रकाशितवाक्य १२:११)
२. मैं अपने घर, अपने बच्चों और अपने जीवनसाथी पर शैतान की शक्ति को यीशु के नाम में तोड़ता हूँ। (लूका १०:१९)
३. मेरे दिमाग, जीवनसाथी और बच्चों के खिलाफ कोई भी हमला यीशु के नाम में नष्ट कर दिया जाएगा। (यशायाह ५४:१७)
४. मेरे घर को तोड़ने की कोशिश करने वाली किसी भी शक्ति को यीशु के नाम में नष्ट कर दिया जाएगा। (२ कुरिन्थियों १०:३-४)
५. परमेश्वर, मेरे विवाह को चंगा कर और आशीष कर। (विवाहितों के लिए) (मरकुस १०:९)
६. कोई भी शक्ति जो मुझे मेरे स्वर्ग-निर्धारित जीवन साथी का पता लगाने से रोकती है, नष्ट कर दी जाएगी। (जो जीवन साथी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं) (उत्पत्ति २:१८)
७. प्रभु, आपका अनुग्रह मुझ पर बने रहने दे, वैवाहिक समझौते के लिए अनुग्रह कर और यीशु के नाम में आशीष दे। (भजन संहिता १०२:१३)
८. मेरे जीवन और परिवार से तलाक, व्यभिचार और लत की आत्मा को यीशु के नाम में उखाड़ के फेंकता हूं। (इब्रानियों १३:४)
९. पिता, यीशु के नाम में आपके प्रेम, भय और ज्ञान को बढ़ाने में मेरी सहायता कर। (२ पतरस ३:१८)
१०. मेरे विवाह और परिवार के खिलाफ किसी भी जादू टोने के कार्य और चालाकी को यीशु के नाम में पवित्र आत्मा की अग्नि से नष्ट कर दिया जाएगा। (व्यवस्थाविवरण १८:१०)
११. मेरे वंश से कोई भी नकारात्मक नमूना जो बीमारी, रोग, तलाक, व्यसन, व्यभिचार और वैवाहिक दर्द का कारण बन रहा है, यीशु के नाम में नष्ट कर दिया जाएगा। (गलातियों ३:१३)
१२. मैं अपने आप को बुरे पारिवारिक ढाँचे से यीशु के नाम में अलग कर लेता हूं। (२ कुरिन्थियों ५:१७)
१३. मैं अपने पिता के घर को नियंत्रित करने वाले दुष्टों के साथ किसी भी रक्त संबंधी अनुबंध को यीशु के नाम में तोड़ता और नष्ट करता हूं। (यूहन्ना ८:३२)
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