डेली मन्ना
प्रभु, मुझे ध्यान भटकने (व्याकुलता) से छुटकारा दें
Friday, 15th of March 2024
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व्याकुलता
यह बात तुम्हारे ही लाभ के लिये कहता हूं, न कि तुम्हें फंसाने के लिये, वरन इसलिये कि जैसा सोहता है, वैसा ही किया जाए; कि तुम एक चित्त होकर प्रभु की सेवा में लगे रहो। (१ कुरिन्थियों ७:३५)
हम आज अभूतपूर्व ध्यान भटकने के युग में रहते हैं। बीती गए दिन जब कि कई लोग प्रार्थना से दिन की शुरुआत शांति से करते थे और परमेश्वर के वचन का मनन करते थे। अब ज्यादातर ई-मेल और सोशल मीडिया नोटिफिकेशन चेक करके अपनी शुरुआत करते हैं।
जब हमारे कैमरे चारों ओर घूमते रहते हैं, तो मेरी मीडिया टीम अक्सर मुझे बताती है कि वे लोगों को आराधना के दौरान भी टेक्स्ट संदेश भेजते रहते हैं। एक मीडिया क्रू सदस्य ने हमारे साप्ताहिक बैठक के दौरान एक बार मुझे सूचना दी कि उसने एक बार एक स्त्री को देखा था जो आराधन में अपने दोनों हाथों को उठा रही थी - एक हाथ से वह टेक्सटिंग सन्देश भेज रही थी। यह अजीब लग सकता है लेकिन सच यह है कि हम जल्द ही एक पीढ़ी के ध्यान भटकने होने के आदी हो रहे हैं।
ध्यान भटकाना हमारी बात को सुनने की क्षमता को नुकसान पहुंचाता है। यह बदले में हमारे संबंधों की उत्तमता को शारीरिक और आत्मिक दोनों को प्रभावित करता है। यह ध्यान के साथ सोचने की हमारी क्षमता को भी नुकसान पहुंचा रहा है।
ध्यान भटकने के कारण बहुत से लोगों को अभी भी असंभव है, प्रार्थना करना और मनन करना। इसका मतलब है कि यह एक आत्मिक खतरा है, एक बुराई है जिससे हमें परमेश्वर की छुटकारे की जरुरत है।
ध्यान भटकने को कैसे परिभाषित किया जा सकता है?
ध्यान भटकने की मेरी परिभाषा यह है कि अधिक महत्व की चीज़ों से कम महत्व की चीज़ों की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करना।
ध्यान भटकना इतनी खतरनाक क्यों है?
सबसे खतरनाक समस्या है खुद को प्रभु से विचलित (ध्यान भटकना) करना - हमारे जीवन के सबसे महान व्यक्ति से ध्यान हटाने की हमारी प्रवृत्ति कुछ कम हो जाती है। बाइबल इसे मूर्तिपूजा कहती है।
पर मार्था सेवा करते करते घबरा गई और उसके पास आकर कहने लगी; "हे प्रभु, क्या तुझे कुछ भी सोच नहीं कि मेरी बहिन ने मुझे सेवा करने के लिये अकेली ही छोड़ दिया है? सो उस से कह, कि मेरी सहायता करे।" (लूका १०:४०)
ध्यान दें मार्था ध्यान भटक गई थी, किसी बुरी चीज के साथ नहीं। वह उस भलाई से ध्यान भटक गई थी जिसने उसका ध्यान सर्वश्रेष्ठ - यीशु से हटा दिया। फिर से, फिर से, ध्यान भटकने की एक और परिभाषा है, भलाई आपको सर्वश्रेष्ठ (सबसे अच्छा) से दूर ले जाती है।
बहुत सारी चीज़ें करने से आपका ध्यान भटक सकता हैं जिसे आप प्रभु द्वारा करने के लिए बुलाए गए है। यह वह जगह है जहाँ मुझे एक समस्या थी लेकिन प्रभु ने मेरी मदद की। मेरे शुरुआती दिनों में, मैं सब कुछ करना चाहता था।
सिर्फ इसलिए कि ऐसा करने के लिए करना हैं और आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। जो काम करने के लिए प्रभु आपको कहता है, वह करें। कभी-कभी सबसे कठिन बात यह है कि परमेश्वर ने आपको क्या करने के लिए बुलाया है, उस पर ध्यान केंद्रित करना है।
मार्था, हे मार्था; तू बहुत बातों के लिये चिन्ता करती और घबराती है। परन्तु एक बात अवश्य है, और उस उत्तम भाग को मरियम ने चुन लिया है: जो उस से छीना न जाएगा॥ (लूका १०:४१-४२)
जब हम किसी चीज से नियमित रूप से ध्यान भटक जाते हैं, तो हमें इसके बारे में सावधानी बरतने की जरूरत होती है, ताकि यह हमारी आंतरिक हृदय स्थिति को प्रकट करे। याद रखें, ध्यान भटकना अभिषेक का नंबर १ शत्रु है, जबकि ध्यान सामर्थ की कुंजी है।
प्रार्थना
पिता, मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि आपने मुझे अंधकार के राज्य से बचाया और मुझे आपके प्रिय पुत्र प्रभु यीशु मसीह के राज्य में बदल दिया। मेरे विरुद्ध ध्यान भटकने की हर शक्ति, यीशु के नाम से काट दी जाए।
धन्य पवित्र आत्मा, मुझे उस सब पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सामर्थ बना जो करने के लिए मुझे बुलाया गया है। यीशु के नाम में। आमीन।
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