english मराठी తెలుగు മലയാളം தமிழ் ಕನ್ನಡ Contact us हमसे संपर्क करें Spotify पर सुनो Spotify पर सुनो Download on the App StoreIOS ऐप डाउनलोड करें Get it on Google Play एंड्रॉइड ऐप डाउनलोड करें
 
लॉग इन
ऑनलाइन दान
लॉग इन
  • होम
  • इवेंट्स
  • सीधा प्रसारण
  • टी.वी.
  • नोहाट्यूब
  • स्तुती
  • समाचार
  • डेली मन्ना
  • प्रार्थना
  • अंगीकार
  • सपने
  • ई बुक्स
  • कमेंटरी
  • श्रद्धांजलियां
  • ओएसिस
  1. होम
  2. डेली मन्ना
  3. बीज की सामर्थ - १
डेली मन्ना

बीज की सामर्थ - १

Thursday, 16th of May 2024
36 25 937
Categories : बीज की सामर्थ
बीज में आपके जीवन के हर पहलू को प्रभावित करने की क्षमता और सामर्थ है - आपके आत्मिक, शारीरिक, भावनात्मक, आर्थिक और सामाजिक जीवन सभी उन बीजों द्वारा नियंत्रित होते हैं जिन्हें आपने अतीत में बोया है। माता-पिता द्वारा बोए गए बीजों से बच्चे प्रभावित होते हैं।

बाढ़ (प्रलय) के बाद, यहोवा ने कहा: अब से जब तक पृथ्वी बनी रहेगी, तब तक बोने और काटने के समय, ठण्डा और तपन, धूपकाल और शीतकाल, दिन और रात, निरन्तर होते चले जाएँगे।(उत्पति ८:२२) 

परमेश्वर ने पृथ्वी पर शासन (नियंत्रित ) करने के लिए जिन प्रमुख व्यवस्था का पालन किया है, उनमें से एक है बोने और काटने के समय। कुछ लोग इसे कार्य और प्रभाव का व्यवस्था कहते हैं, तो कुछ लोग कहते हैं कि बोने और कटाई । आप इसे जो भी नाम देते हैं उससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

बीज का सार क्या है?
बीज को परमेश्वर ने बढ़ोत्री, स्थिरता और गुणन सुनिश्चित करने के साधन के रूप में ठहराया गया है।पेड़ों को फल देने के लिए बनाया गया था, लेकिन फल के अंदर एक और पेड़ के लिए बीज था। परमेश्वर की योजना यह थी कि जब वह एक बार कुछ बनाया, तो बाद में वह चीज बीज की सामर्थ के माध्यम से पुन: उत्पन्न होने लगेगी।

बीज के विभिन्न प्रकार
१. सृष्टि में सन्निहित बीज
फिर परमेश्‍वर ने कहा, पृथ्वी से हरी घास, तथा बीजवाले छोटे-छोटे पेड़, और फलदाई वृक्ष भी जिनके बीज उन्हीं में एक-एक की जाति के अनुसार होते हैं पृथ्वी पर उगें, और वैसा ही हो गया। इस प्रकार पृथ्वी से हरी घास, और छोटे-छोटे पेड़ जिनमें अपनी-अपनी जाति के अनुसार बीज होता है, और फलदाई वृक्ष जिनके बीज एक-एक की जाति के अनुसार उन्हीं में होते हैं उगें; और परमेश्‍वर ने देखा कि अच्छा है। (उत्पति १:११-१२)

सृष्टि के दौरान, परमेश्वर ने यह सुनिश्चित किया कि पेड़ों और अन्य जीवित चीजों में बीज की सामर्थ थी। बीज ने हर प्राणी को उनके जाति के अनुसार के बाद सामने लाने का अधिकार दिया। बीज हर जीवित वस्तु में था जिसे परमेश्वर ने बनाया था। उन्होंने फसल पैदा करने के लिए हर बीज में सामर्थ लगाई - बिल्कुल मिलता जुलता करने के लिए और बहुत गुणा करने के लिए।

परमेश्वर ने खुद को पुन: उत्पन्न करने के लिए पौधे का सम्राराज्य बनाया। प्रजनन की क्षमता के बिना, अदन के बगीचे में परमेश्वर ने जो फल बनाया था वह सृजन के तुरंत बाद गायब हो गया होगा।

जब परमेश्वर ने जानवरों को बनाया, तो उन्होंने उन्हें अपने आपको फिर से बनाने की सामर्थ दी। इस वजह से, जानवरों की संख्या के लिए महान अनुपात में विकसित करना संभव है। जानवरों को परमेश्वर ने उनके जाति के अनुसार प्रजनन के लिए बनाया था।

२. प्रक्रिया:
उत्पति ३:१५ बताती है कि, और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में, और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्‍पन्‍न करूँगा, वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा। 

परमेश्वर ने मनुष्यों को उत्पन करने की क्षमता दी। हमारी संतानों को बीज कहा जा सकता है। हमारे बच्चे हमारे बीज हैं। बीज के माध्यम से, हम पृथ्वी को गुणा, बढ़ाते हैं और फिर से भरते हैं। पृथ्वी पर हर जीवित चीज बीज के साथ खुद को तैयार करती है।
प्रार्थना
पिता, आपने मुझे जो सामर्थ दी है, उसके प्रकाशन के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं। मैं विश्वास में और विश्वास से बोता हूं। मेरा मानना है कि आप अब और अनंत काल में एक सामर्थशाली फसल के लिए मैं आप पर विश्वास करता हूं। यीशु के नाम में। आमेन।

Join our WhatsApp Channel


Most Read
● २१ दिन का उपवास: दिन १७
● नरक एक वास्तविक स्थान है
● परमेश्वर कैसे प्रदान करता है #३
● परमेश्वर की वाणी पर भरोसा करने की सामर्थ विभा
● दूल्हे से मिलने के लिए तैयारी करना
● प्रभु की सलाह की आवश्यकता
● परमेश्वर ऐल शैदाई
टिप्पणियाँ
संपर्क
फ़ोन: +91 8356956746
+91 9137395828
व्हाट्स एप: +91 8356956746
ईमेल: [email protected]
पता :
10/15, First Floor, Behind St. Roque Grotto, Kolivery Village, Kalina, Santacruz East, Mumbai, Maharashtra, 400098
सामाजिक नेटवर्क पर हमारे साथ जुड़े रहें!
Download on the App Store
Get it on Google Play
मेलिंग सूची में शामिल हों
समन्वेष
इवेंट्स
सीधा प्रसारण
नोहाट्यूब
टी.वी.
दान
डेली मन्ना
स्तुती
अंगीकार
सपने
संपर्क
© 2025 Karuna Sadan, India.
➤
लॉग इन
कृपया इस साइट पर टिप्पणी और लाइक सामग्री के लिए अपने NOAH खाते में प्रवेश करें।
लॉग इन