क्या आप जानते हैं कि सबसे अच्छा और उत्तम प्रतिभाशाली भी विफल हो सकता है, जबकि आप और मेरे जैसे सरल लोग भी उन सभी में प्रवेश कर सकते हैं जो प्रभु ने हमारे लिए योजना बनाई हैं?
यह सच है, और रहस्य कि बात है, स्थिरता (दृढ़ता, सनगति)।
# १: स्थिरता आपके विश्वास को सिद्ध करती है
जब आप सुबह उठते हैं, दिन में और दिन के बाहर प्रार्थना करें और बाइबिल पढ़ें, यहां तक कि जब आपको ऐसा पसंद न हो, कि परिस्थितियां अनुकूल हैं या नहीं, तो यह साबित होता है कि आपको विश्वास है। आप परिस्थितियों या भावनाओं को नहीं देख रहे हैं। यदि आप एक सफलता देख रहे हैं तो स्थिरता महत्वपूर्ण है।
हम भले काम करने में हियाव न छोड़े, क्योंकि यदि हम ढीले न हों, तो ठीक समय पर कटनी काटेंगे। (गलातियों ६:९)
#२: स्थिरता, आपने क्या हासिल किया है उसको बनाए रखती है
आप जो हासिल किया हैं उसे आपको बनाए रखना चाहिए। यह अभिषेक, व्यवसाय या रिश्ते हों; स्थिरता प्रमुख कुंजी है जो आपको उस स्तर को बनाए रखने में मदद करेगा जो आपने प्राप्त किया है।
सो हे मेरे प्रिय भाइयो, दृढ़ और अटल रहो, और प्रभु के काम में सर्वदा बढ़ते जाओ, क्योंकि यह जानते हो, कि तुम्हारा परिश्रम प्रभु में व्यर्थ नहीं है॥ (१ कुरिन्थियों १५:५८)
नई चीजें हमें उत्साहित करती हैं लेकिन नई चीजें भी हमें अपना ध्यान खो सकती हैं यदि हम पर्याप्त सावधानी नहीं रहते हैं। मुख्या बात है कि जब आप चुनने के स्थिरता होना चुनते हैं जो रोमांचक है वह आपकी जड़ों को गहरा होने का कारण बनाएगा।
#३: स्थिरता फल देती है
क्या ही धन्य है वह पुरूष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता, और न पापियों के मार्ग में खड़ा होता; और न ठट्ठा करने वालों की मण्डली में बैठता है!
रन्तु वह तो यहोवा की व्यवस्था से प्रसन्न रहता; और उसकी व्यवस्था पर रात दिन ध्यान करता रहता है। वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है। और अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं। इसलिये जो कुछ वह पुरूष करे वह सफल होता है॥
बाइबल धन्य पुरुष की बात करती है। वाक्यांश पर ध्यान दें, "उसकी व्यवस्था पर, रात दिन ध्यान करता रहता है" - यही उसकी स्थिरता है।
स्थिरता का जीवन अपने मौसम में फल लाएगा।
इस तरह के आत्मिक अनुशासन का एक फायदा यह है कि यह जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी अपना काम करेगा।
पर धीरज को अपना पूरा काम करने दो, कि तुम पूरे और सिद्ध हो जाओ और तुम में किसी बात की घटी न रहे॥ (याकूब १:४)
प्रार्थना
मेरे प्रगति में रूकावट के हर एक शक्ति को यीशु के नाम से काट दिया जाए। (इसे बार-बार कहते रहें)
Join our WhatsApp Channel
Most Read
● परमेश्वर कैसे प्रदान करता है #२● हर दिन बुद्धिमानी से किस तरह आगे बढ़ें
● सिद्ध ब्रैंड मैनेजर
● परमेश्वर के ७ आत्मा: पराक्रम की आत्मा
● आभारी (कृतज्ञता) में एक सीख (है)
● उजाड़ की मानसिकता (विचारधारा) पर काबू पाना
● उनके पुनरुत्थान का गवाह कैसे बनें? - II
टिप्पणियाँ