डेली मन्ना
दिन ०४: ४० दिन का उपवास और प्रार्थना
Monday, 25th of November 2024
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उपवास और प्रार्थना
अच्छी चीजों को फिर से पाना
"जब अय्यूब ने अपने मित्रों के लिये प्रार्थना की, तब यहोरवा ने उसका सारा दु:ख दूर किया, और जितना अय्यूब का पहिले था, उसका दुगना यहोवा ने उसे दे दिया। (अय्यूब ४२:१०)फिर से पाना (पुनःस्थापित), दुनिया की आम बोलचाल में, किसी ऐसी चीज़ को वापस लाने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है जो पुरानी हो गई है, खराब हो गई है, जीर्ण-शीर्ण हो गई है, या अतीत में जिस तरह से टूट हुई है। हालाँकि, पुनःस्थापित, परमेश्वर के वचन के अनुसार, सांसारिक पुनःस्थापित से अलग है। बाइबिल के अनुसार, शब्द "पुनर्स्थापना" किसी भी चीज़ को उसकी पूर्व स्थिति में वापस लाने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है, लेकिन उस पर इस तरह से सुधार करता है कि यह पहले से भी अधिक बेहतर हो।
यह अय्यूब की कहानी से अधिक स्पष्ट नहीं है। अय्यूब ४२:१२ कहता है: "और यहोवा ने अय्यूब के पिछले दिनों में उसको अगले दिनों से अधिक आशीष दी"
शत्रु ने जो कुछ भी चुराया है—चाहे वह आपका स्वास्थ्य हो, आपकी आर्थिक सुरक्षा हो, आपके मन की शांति हो, या कुछ और जो आपको प्रिय हो—परमेश्वर उसे पुनर्स्थापित करने का वादा करता है। शत्रु चाहे कुछ भी कहे, प्रभु यीशु के पास अंतिम शब्द होगा क्योंकि हमारे लिए परमेश्वर की इच्छा को पुनर्स्थापित करना है।
परमेश्वर द्वारा निर्धारित आत्मिक सिद्धांतों के अनुसार, जब एक चोर पकड़ा जाता है, तो उसे सात गुना वापस करने की जरुरत होती है जो उसने हमसे लिया था। (नीतिवचन ६:३१ पढ़ें) चोर चोरी करने, मारने और नष्ट करने के इरादे से आता है, लेकिन परमेश्वर उस मुद्दे पर पूर्ण पुनर्स्थापित करता है जहां हमारे जीवन कगार पर भर जाते हैं। वह हर चीज को पहले से बेहतर बनाता है।
क्या शैतान एक विश्वासी का (से) चोरी कर सकता है?
हाँ। शैतान अनुमति से काम करता है; प्रवेश के बिना, वह एक विश्वासी से चोरी नहीं कर सकता (इफिसियों ४:२७)। यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे शैतान विश्वासियों से चुरा सकता है।
१. दैवी निर्देश या आदेश की आज्ञा ना मानना
शैतान ने आदम से परमेश्वर के आदेशों की अवहेलना करवाकर पृथ्वी पर उसका अधिकार छीन लिया। जब भी आप परमेश्वर की आज्ञा ना मानते है, तो आप शैतान को आपसे चोरी करने के लिए जगह दे रहे होते हैं।
२. गलत सोच
यदि आपके विचार परमेश्वर के वचन के अनुरूप नहीं हैं तो शैतान चोरी करने, घात करने और आपको नष्ट करने का प्रयास करेगा। आप उन कल्पनाओं, विचार और ज्ञान को त्याग देना चाहिए जो परमेश्वर के वचन के विरोध में हैं। (२ कुरिन्थियों १०:५)। जब लोग गलत चीजों के बारे में सोचते हैं, तो यह उनके अंगीकार और कार्यों को प्रभावित करता है।
३. गलत तरीके से अंगीकार करना
शैतान ने अय्यूब से परमेश्वर को शाप देने के लिए गलत बातें कहने की कोशिश की, लेकिन अय्यूब ने इनकार कर दिया। लापरवाह शब्द या बाते और नकारात्मक अंगीकार शैतान को आपसे चोरी करने की सुविधा देता हैं। "तो तू अपने ही मूंह के वचनों से फंसा, और अपने ही मुंह की बातों से पकड़ा गया।" (नीतिवचन ६:२)
४. गलत संगति करना
जब परमेश्वर आपको आशीष देना चाहता है, तो वह एक व्यक्ति को भेजता है। जब शैतान भी आपको नष्ट करना चाहता है तो वह भी एक व्यक्ति को भेजता है। आपको अपने मित्र और उस मंडली (मनुष्य) से सावधान रहना चाहिए जिससे आप संबंधित हैं। बहुत से लोगों ने गलत संगति के कारण अच्छी वस्तुओं को खो दिया है।
इतना धोखा और गुमराह मत बनो! बुरी संगति (समगत, संगति) भ्रष्ट और अच्छे शिष्टाचार और नैतिकता और चरित्र को बिगाड़ देता हैं। (१ कुरिन्थियों १५:३३)
आपके द्वारा अनुभव किए गए असफलता, हानि, कष्ट, गलति और नुकसान के बावजूद पुनःस्थापित (फिर से सपना) संभव है। शैतान बहुत सी चीज़ें ले सकता है, लेकिन प्रभु ने सब कुछ पुनःस्थापित करने का वादा किया है, और वह सब कुछ पुनःस्थापि करने में सक्षम है।
पुनःस्थापित (फिर से पाने) के प्रमुख क्षेत्र
- परमेश्वर के साथ हमारे एकता की पुनःस्थापित
संसार की चिन्ता और धन के छल ने बहुतों के मनों को परमेश्वर से चुरा लिया है। परमेश्वर चाहता है कि हम उसके पास वापस आ जाएं क्योंकि हम उसके बिना कुछ नहीं कर सकते। (यूहन्ना १५:५)
- हमारी महिमा और अच्छी चीजों की पुनःस्थापित
तुम जानते तो हो, कि बाद को जब उस ने आशीष पानी चाही, तो अयोग्य गिना गया, और आंसू बहा बहाकर खोजने पर भी मन फिराव का अवसर उसे न मिला॥ (इब्रानियों १२:१७)
- बेकार हुआ वर्ष और अवसरों की पुनःस्थापित
रेंगने वाला टिड्डा,
खाने वाली टिड्डी,
और चबाने वाली टिड्डी,
मेरी बड़ी सेना, जिसे मैं ने तुम्हारे बीच भेजी है। (योएल २:२५)
जब परमेश्वर आपके बेकार हुए साल (वर्ष) को पुनर्स्थापित करता है, तो जो लाभ आपने सालों के दौरान कमाया होगा और जिसे अस्वीकार कर दिया गया था, जोड़ा जाएगा, कुछ अतिरिक्त के साथ और आपको दिया जाएगा। यहां तक कि आपकी याददाश्त भी तेज हो जाएगी। १२० साल की उम्र में, मूसा अभी भी एक जवान की तरह था; न तो उसकी आंखें धुंधली हुई, और न उसका बल घटा (व्यवस्थाविवरण ३४:७)। आपकी भी यही गवाही होगी!
- आनंद की पुनःस्थापित
Bible Reading Plan : Matthew 19 -24
प्रार्थना
१. पिता, यीशु के नाम में मेरे जीवन में चारों ओर अच्छी चीजों की पुनःस्थापित हो।
२. मैं यीशु के नाम में मेरे जीवन के खिलाफ काम करने वाले आत्मिक लुटेरों और बिगाड़ने वालों के कार्य को विफल और समाप्त करता हूं।
३. मैं अपने जीवन में यीशु के नाम में अच्छी चीजों को नष्ट करने वाले शैतानी जासूसों की कार्य को पंगु (कमजोर) बना देता हूं।
४. हे प्रभु, कृपया मुझे मेरे सभी खोए हुए आशीष, लक्ष्य के सहायक, और गुण यीशु के नाम में पुनःस्थापित कर (फिर से लौटा दें)।
५ . पिता, यीशु के नाम में मेरे शरीर और जीवन में जो कुछ भी क्षतिग्रस्त हुआ है, उसकी मरम्मत कर।
६. पिता, मुझे यीशु के नाम में सभी खोए हुए आशीषों का पीछा करने, आगे निकलने (साथ होकर) और पुनर्प्राप्त करने का अधिकार दें।
७. आशीष के हर बंद दरवाजे को यीशु के नाम से फिर से खोल दिया जाए।
८. पिता, मुझे भाग्य के सहायकों से फिर से जोड़ दें, जो यीशु के नाम से मुझसे अलग हो गए हैं।
९. मैं आज्ञा देता हूं कि, यीशु के नाम में मेरे जीवन में धन, आशीष और महिमा की सात गुना पुनःस्थापित हो।
१०. पिता, मुझे यीशु के नाम में आपके शरणस्थान से सहायता भेज।
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