डेली मन्ना
                
                    
                        
                
                
                    
                        
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            आपको एक सलाहकार (उपदेशक) की जरुरत क्यों है
Tuesday, 17th of June 2025
                    
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                                उपदेशक
                            
                        
                                                
                    
                            प्रभु यीशु मसीह को अपने व्यक्तिगत प्रभु और उद्धारकर्ता के रूप में स्वीकार करने के बाद, मैंने एक आत्मा से भरे कलीसिया में भाग लेना शुरू किया। सभा समाप्त होने के बाद, लड़कों का एक छोटा समूह था (उनमें से तीन) जिन्होंने मुझे उनके साथ चाय पीने के लिए आमंत्रित किया।
वे वेटर के रूप में पास के एक होटल में काम किया। चाय पीते हुए हम प्रभु के बारे में बात करते थे, वचनों को साझा करते थे।
इसके अलावा, वे कुछ मसीही पुस्तकों के बारें में मेरे साथ साझा करते थे जब कि वे जानते थे कि मुझे किताबें पढ़ना पसंद है। हमारी संगति लंबी नहीं होती थी (४५ मिनट)। एक दिन, जब मैं लकिसिया में नहीं गया, तो उन्होंने मेरे पड़ोसी के लैंडलाइन पर कॉल किया। यह मुझे इतना अच्छा महसूस कराया, मुझे स्वीकार हुआ।
जैसे लोहा लोहे को चमका देता है, वैसे ही मनुष्य का मुख अपने मित्र की संगति से चमकदार हो जाता है। (नीतिवचन २७:१७)
आज कलीसिया का दुखद बात है कि, लोग, भाग लेते हैं और छोड़ देते हैं - कोई भी जुड़ना नहीं चाहते है, कोई भी अधीन नहीं होना चाहते है।लेकिन जब आप अधीन होते हैं तो सच्चा विकास होता है; जब आप किसी से जुड़ जाते हैं।
मैं परमेश्वर को धन्यवाद देता हूं कि मेरे शुरुआती दिनों के लिए और आज भी मैं ऐसा करना जारी रखता हूं।
अक्सर एक शादी समारोह में निम्नलिखित वचन का उपयोग किया जाता है। लेकिन इन वचनों का उपयोग केवल विवाह तक ही सीमित नहीं है और इसे सलाह के रूप में भी लागू किया जा सकता है।
एक से दो अच्छे हैं, क्योंकि उनके परिश्रम का अच्छा फल मिलता है। क्योंकि यदि उन में से एक गिरे, तो दूसरा उसको उठाएगा; परन्तु हाय उस पर जो अकेला हो कर गिरे और उसका कोई उठाने वाला न हो। (सभोपदेशक ४:९-१०)
मेरा विश्वास है कि हर मसीही को एक आध्यात्मिक गुरु की आवश्यकता है। यहाँ पर क्यों?
#१: यह आत्मिक (बाइबल से) है।
मूसा ने यहोशू को सलाह दिया। यित्रो ने मूसा को सलाह दिया। नाओमी ने रूत को दी। एलिय्याह ने एलीशा को दी। यीशु ने अपने चेलों को सलाह दिया। पौलुस ने तीमुथियुस को दी। 
प्रेषित पौलुस खुद हमें बताया कि बड़ों को अगली पीढ़ी को सिखाना और सलाह देना चाहिए (तीतुस २)।
#२: हम सभी के पास अंधे धब्बे होते हैं
परिभाषा के अनुसार, "अंधा धब्बा" वह चीज है जिसे हम नहीं देखते हैं। इसलिए, यदि आप कहते हैं कि मेरे पास अंधे धब्बे नहीं हैं, तो आपने स्वीकार किया कि आपके पास हैं। हमें अपने आप को पूरी तरह से देखने में मदद करने के लिए किसी और की जरुरत है।
#३: लोग हमारे लिए परमेश्वर का वरदान (भेंट) हैं
किसी ने कहा, "जब परमेश्वर हमें एक वरदान देता है, तो वह इसे एक व्यक्ति में लपेटता है।" हम इस वरदान को खो देते हैं जब कोई भी हमारे साथ मार्गदर्शन करने और हमें प्रोत्साहित करने के लिए नहीं रहते है।
यह आज के समय में सबसे लापरवाही सिद्धांतों में से एक है। लाभ अमूल्य हैं और जीवन के समुद्र में एक जीवन रेखा प्रदान करता हैं जिसमें अभी तक बहुत सारे तूफान हैं।
करुणा सदन में, हमारे पास जे-१२ अगुवे नामक कुछ है, जो बदले में एक पासबान को रिपोर्ट देते है, जो मुझे रिपोर्ट देते है। 
जब आप जे-१२ अगुवे के अधीन होते हैं, तो यह व्यक्ति एक सलाहकार और एक सूत्रधार के रूप में कार्य करता है और आत्मिक विकास में सहायक होता है। कई लोगों ने इसकी गवाही दी है।
यदि आप करुणा सदन का हिस्सा हैं, तो मैं आपको अत्यधिक सलाह देता हूं कि आप किसी अगुवे के अधीन रहें। यदि आप एक अगुवे के अधीन रहना चाहते हैं, तो आप केएसएम कार्यालय में कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा, यदि आप किसी अन्य कलीसिया का हिस्सा हैं, तो मैं आपको प्रार्थना करने और उन्हें खोजने के लिए प्रोत्साहित करता हूं, जिसे आप अधीन रह सकते हैं। लाभ अनमोल हैं।
संबंध बनाना आसान नहीं है और इसके उतार-चढ़ाव हो सकते हैं लेकिन याद रखें कि परमेश्वर इन सब के लिए कार्य पर हैं। (रोमियो ८:२८ पढ़िए)
Bible Reading: Job 9-13
                प्रार्थना
                
                    (यदि आपके पास सलाहकार नहीं है तो यह प्रार्थना करें): पिता, मुझे एक सलाहकर दीजिए जो सच में मेरे जीवन में आपकी उपस्थिति और सच्चाई को उंडेल सके।
(यदि आपके पास सलाहकार है तो यह प्रार्थना करें): पिता, मैं आपको ……… के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं उसके/उनके परिवार को ऊपर आशीष बोलता हूं। यीशु के नाम में। आमीन।
[हमेशा अपने सलाहकार के लिए नियमित प्रार्थना करें]
                
                                
                (यदि आपके पास सलाहकार है तो यह प्रार्थना करें): पिता, मैं आपको ……… के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं उसके/उनके परिवार को ऊपर आशीष बोलता हूं। यीशु के नाम में। आमीन।
[हमेशा अपने सलाहकार के लिए नियमित प्रार्थना करें]
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