परमेश्वर इस्राएल को “उसकी आंख की पुतली” कहता है जो शब्द प्रीति का है (व्यवस्था विवरण ३२:१०, जकर्याह २:८).
परमेश्वर उस राष्ट्र और लोगों पर आशीष जोड़ता है जो इस्राएल को आशीष देते है और उन्हें श्राप देता है जो इस्राएल को श्राप देते है (उत्पत्ति १२:२-३). सच्ची पवित्र शास्त्रीय समृद्धि यह केवल पैसा रहनेसे बढकर है, यह जीवन के सभी भागों में खुशहाली है। अगर तुम तुम्हारे समृद्धि के विषय में गम्भीर हो तो फिर तुम्हे इस्राएल के लिए प्रार्थना करना चाहिए।
परमेश्वर इस्राएल को कभी भी नहीं छोड़ेगा और अन्त में, इस्राएल सर्वसामर्थी परमेश्वर द्वारा बचाया जाएगा (मलाकी ३:६; रोमियों ११:१).
* पिता, यीशु के नाम में, मैं यरूशलम की शान्ति के लिए प्रार्थना करता हूँ, कि उसके भीतर शान्ति बनी रहे और उसके राजमहलों में समृद्धि रहे। मैं यह भी प्रार्थना करता हूँ कि यरूशलम यह इस्राएल की अविभाजित राजधानी बनी रहे।
*प्रभु, मैं मध्य पूर्व देशों के लिए प्रार्थना करता हूँ कि वे बचाए जाए और उनका जोश यह सच्चाई के ज्ञान के अनुसार हो।
* इस्राएल को, ओ परमेश्वर, उसके सभी संकटों से मुक्त कर। तेरी उसके प्रति वाचा को स्मरण कर, ओ परमेश्वर, और उसे एक चिरस्थायी वाचा ऐसा निश्चित कर। मैं इस्राएल और मध्य पुर्वीय देशों मे शान्ति के लिए प्रार्थना करता हूँ।
* पिता परमेश्वर, यीशु के नाम में, इस्राएल के लोगों के मन और ह्दय से प्रत्येक नकाब को निकाल दे, ताकि वे प्रभु यीशु को उनका सच्चा मसीह ऐसे पहचान सके।
* पिता, मैं धार्मिक और सार्वत्रिक यहुदियों के बीच में एकता और शान्ति की आत्मा के लिए प्रार्थना करता हूँ, कि मसीही यहूदी और दूसरों के बीच में देश में यीशु के नाम में शान्ति बनी रहे।
* पिता, यीशु के नाम में, इस्राएल के लिए मध्यस्थ खड़े कर। यरूशलम की दीवार पर और अधिक निरीक्षक रखे, जो जब तक तुम यरूशलम को स्थापित और उसे पृथ्वी की स्तुति न करे तुम्हे दिन या रात शान्ति नहीं देंगे।
* दयालु पिता, इस्राएल के लोगों के हृदय को छुटकारे के लिए तेरे नाम में भरोसा करने को फिरा दे और ना की उनके सेना के सामर्थ्य के रथ और घोडो में।
* पिता, यीशु के नाम में, मैं प्रार्थना करता हूँ कि यरुशलम के मार्गों पर ना ही रोना या आक्रोश करना सुनाई दे परन्तु वह आनन्द करे और उसके लोग राष्ट्रों के लिए आनन्द हो।
* पिता, यीशु के नाम में, उनके जीभ को नष्ट और विभाजित कर जो इस्राएल के विरोध में हिंसा को प्रेरित करते है।
* पिता, मैं प्रार्थना करता हूँ भारत (तुम्हारे देश का नाम) और इस्राएल यह मित्र बने। मैं यह मांगता हूँ की भारत के लोग (तुम्हारे देश का नाम) यहूदी लोगों को प्रेम करे और मसीहा-प्रभु यीशु मसीह के दोबारा आने के तैयारी को खोजे!
* ओ प्रभु, तू उठेगा और सियोन पर दया करेगा, क्योंकि उस पर दया करने का समय, हा, निश्चित समय, आया है।
परमेश्वर उस राष्ट्र और लोगों पर आशीष जोड़ता है जो इस्राएल को आशीष देते है और उन्हें श्राप देता है जो इस्राएल को श्राप देते है (उत्पत्ति १२:२-३). सच्ची पवित्र शास्त्रीय समृद्धि यह केवल पैसा रहनेसे बढकर है, यह जीवन के सभी भागों में खुशहाली है। अगर तुम तुम्हारे समृद्धि के विषय में गम्भीर हो तो फिर तुम्हे इस्राएल के लिए प्रार्थना करना चाहिए।
परमेश्वर इस्राएल को कभी भी नहीं छोड़ेगा और अन्त में, इस्राएल सर्वसामर्थी परमेश्वर द्वारा बचाया जाएगा (मलाकी ३:६; रोमियों ११:१).
* पिता, यीशु के नाम में, मैं यरूशलम की शान्ति के लिए प्रार्थना करता हूँ, कि उसके भीतर शान्ति बनी रहे और उसके राजमहलों में समृद्धि रहे। मैं यह भी प्रार्थना करता हूँ कि यरूशलम यह इस्राएल की अविभाजित राजधानी बनी रहे।
*प्रभु, मैं मध्य पूर्व देशों के लिए प्रार्थना करता हूँ कि वे बचाए जाए और उनका जोश यह सच्चाई के ज्ञान के अनुसार हो।
* इस्राएल को, ओ परमेश्वर, उसके सभी संकटों से मुक्त कर। तेरी उसके प्रति वाचा को स्मरण कर, ओ परमेश्वर, और उसे एक चिरस्थायी वाचा ऐसा निश्चित कर। मैं इस्राएल और मध्य पुर्वीय देशों मे शान्ति के लिए प्रार्थना करता हूँ।
* पिता परमेश्वर, यीशु के नाम में, इस्राएल के लोगों के मन और ह्दय से प्रत्येक नकाब को निकाल दे, ताकि वे प्रभु यीशु को उनका सच्चा मसीह ऐसे पहचान सके।
* पिता, मैं धार्मिक और सार्वत्रिक यहुदियों के बीच में एकता और शान्ति की आत्मा के लिए प्रार्थना करता हूँ, कि मसीही यहूदी और दूसरों के बीच में देश में यीशु के नाम में शान्ति बनी रहे।
* पिता, यीशु के नाम में, इस्राएल के लिए मध्यस्थ खड़े कर। यरूशलम की दीवार पर और अधिक निरीक्षक रखे, जो जब तक तुम यरूशलम को स्थापित और उसे पृथ्वी की स्तुति न करे तुम्हे दिन या रात शान्ति नहीं देंगे।
* दयालु पिता, इस्राएल के लोगों के हृदय को छुटकारे के लिए तेरे नाम में भरोसा करने को फिरा दे और ना की उनके सेना के सामर्थ्य के रथ और घोडो में।
* पिता, यीशु के नाम में, मैं प्रार्थना करता हूँ कि यरुशलम के मार्गों पर ना ही रोना या आक्रोश करना सुनाई दे परन्तु वह आनन्द करे और उसके लोग राष्ट्रों के लिए आनन्द हो।
* पिता, यीशु के नाम में, उनके जीभ को नष्ट और विभाजित कर जो इस्राएल के विरोध में हिंसा को प्रेरित करते है।
* पिता, मैं प्रार्थना करता हूँ भारत (तुम्हारे देश का नाम) और इस्राएल यह मित्र बने। मैं यह मांगता हूँ की भारत के लोग (तुम्हारे देश का नाम) यहूदी लोगों को प्रेम करे और मसीहा-प्रभु यीशु मसीह के दोबारा आने के तैयारी को खोजे!
* ओ प्रभु, तू उठेगा और सियोन पर दया करेगा, क्योंकि उस पर दया करने का समय, हा, निश्चित समय, आया है।
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