தினசரி மன்னா
20
17
216
अंतिम समय का रहस्य: भविष्यवाणी पहरुआ (पहरेदार)
Saturday, 20th of September 2025
Categories :
मध्यस्था
अब मैं अपने प्रिय के लिये और उसकी दाख की बारी के विषय में गीत गाऊंगा: एक अति उपजाऊ टीले पर मेरे प्रिय की एक दाख की बरी थी।
उसने उसकी मिट्टी खोदी और उसके पत्थर बीनकर उस में उत्तम जाति की एक दाखलता लगाई; उसके बीच में उसने एक गुम्मट बनाया, और दाखरस के लिये एक कुण्ड भी खोदा; तब उसने दाख की आशा की, परन्तु उस में निकम्मी दाखें ही लगीं॥ (यशायाह ५:१-२)
इस्राएल परमेश्वर की दाख की बारी है। कलीसिया परमेश्वर की दाख की बारी है। प्रभु के उपजाऊ का फल फलदायी होना चाहिए। दो बातें यह हैं मैं चाहता हूं कि आप ध्यान से देखें
१. परमेश्वर ने उनके दाख की बारी के चारों ओर एक बाड़ (दाखलता) लगा दिया।
२. वह बीच में एक गुम्मट रखा।
दाखलता और गुम्मट क्यों?
दुश्मन को बाहर निकाल ने के लिए दाखलता और गुम्मट जरुरत हैं।
तुम ने मुझे नहीं चुना परन्तु मैं ने तुम्हें चुना है और तुम्हें ठहराया ताकि तुम जाकर फल लाओ; और तुम्हारा फल बना रहे, कि तुम मेरे नाम से जो कुछ पिता से मांगो, वह तुम्हें दे। (यूहन्ना १५:१६)
हमें केवल फल उत्पन करने के लिए नहीं बल्कि फल बने रहने के लिए अभिषेक किया गया है। यदि फल नहीं बने रहता है तो फल उत्पन करना अच्छा क्यों होता है।
चोर किसी और काम के लिये नहीं परन्तु केवल चोरी करने और घात करने और नष्ट करने को आता है। (यूहन्ना १०:१०)
शत्रु परिवारों, घरों, चर्चों, सेवकाईयों और संसथाओं के फल को नष्ट करना चाहता है।
यह एक दाखलता के बिना एक दाख की बारी को उपजाऊ करना नासमझ है। एक दाखलता दाख की बारी के लिए एक सुरक्षात्मक घेरा प्रदान करता है। एक गुम्मट पहरुआ के लिए एक जगह है। दाख की बारी को पहरुआ चाहिए। स्थानीय कलीसियों को दाख की बारी की रक्षा के लिए गुम्मट और पहरुआ की जरुरत होती है। संसथाओं को पहरुआ चाहिए।
क्योंकि प्रभु ने मुझ से यों कहा है,
"जा कर एक पहरूआ खड़ा कर दे,
और वह जो कुछ देखे उसे बताए।" (यशायाह २१:६)
पहरेदार भविष्यवात्मक मध्यस्थी हैं। अब आप देख सकते है कि मध्यस्थता इतना महत्वपूर्ण क्यों है।
यिज्रैल के गुम्मट पर, जो पहरुआ खड़ा था, उसने येहू के संग आते हुए दल को देख कर कहा, "मुझे एक दल दीखता है।" (२ राजा ९:१७)
पहरेदार वह है जो पहरेदारी करता है। प्राचीन शहरों में दीवारों पर पहरेदार तैनात थे। एक पहरेदार सिर्फ देखने और निगरानी या सुनने के लिए नहीं है। एक पहरेदार तुरही फूंकता है। यह उनकी जिम्मेदारी थी।
शत्रु प्रच्छन्न हो जाता है, लेकिन एक आत्मिक पहरेदार बहुत सतर्क होता है और तुरही को फूंकता है और एक आवाज देता है ताकि परिवार के सदस्यों को जल्दी से चेतावनी दी जा सके और नष्ट न हो सकें।
यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, २ हे मनुष्य के सन्तान, अपने लोगों से कह, जब मैं किसी देश पर तलवार चलाने लगूं, और उस देश के लोग किसी को अपना पहरुआ कर के ठहराएं, ३ तब यदि वह यह देख कर कि इस देश पर तलवार चला चाहती है, नरसिंगा फूंक कर लोगों को चिता दे, ४ तो जो कोई नरसिंगे का शब्द सुनने पर न चेते और तलवार के चलने से मर जाए, उसका खून उसी के सिर पड़ेगा। ५ उसने नरसिंगे का शब्द सुना, परन्तु न चेता; सो उसका खून उसी को लगेगा।
परन्तु, यदि वह चेत जाता, तो अपना प्राण बचा लेता। ६ परन्तु यदि पहरुआ यह देखने पर कि तलवार चला चाहती है नरसिंगा फूंक कर लोगों को न चिताए, और तलवार के चलने से उन में से कोई मर जाए, तो वह तो अपने अधर्म में फंसा हुआ मर जाएगा, परन्तु उसके खुन का लेखा मैं पहरुए ही से लूंगा। (यहेजकेल ३३:१-६)
दो चौकीदार यहाँ वर्णित हैं
१.. परिश्रमी पहरेदार
२. उदासीन पहरेदार
परमेश्वर पहरेदारों को ज़िम्मेदार ठहराएगा।
दाख की बारी और खेतों में पहरेदार रहते है, खासकर फसल के दौरान। उनकी जिम्मेदारी जानवरों और चोरों से उपज की रक्षा करना है।
और सभों ने एक मन से गोष्ठी की, कि जा कर यरूशलेम से लड़ें, और उस में गड़बड़ी डालें। परन्तु हम लोगों ने अपने परमेश्वर से प्रार्थना की, और उनके डर के मारे उनके विरुद्ध दिन रात के पहरुए ठहरा दिए। (नहेमायाह ४:८-९)
नहेमायाह के विरोधी यरूशलेम की दीवारों के निर्माण में बाधा बने। नहेमायाह प्रेरितों की सेवकाई की एक तस्वीर है। प्रेरितों निर्माणकर्त्ते हैं। निर्माण का विरोध, विकास का विरोध अपेक्षित है। विरोधी को दूर करने की रणनीति उनके खिलाफ दिन-रात एक निगरानी करना है। प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं को कलीसिया के भवन में एक साथ काम करना चाहिए। प्रेषितों को भविष्यद्वक्ताओं की ज़रूरत होती है जो उन्हें निर्माण में सहायता करेंगे।
...सब लोग यहोवा के भवन की चौकसी करें। (२ इतिहास २३:६)
सभी विश्वासियों को चौकसी करने की आज्ञा दी है।
हर एक मसीही को उनके प्रार्थना जीवन में कुछ हद तक आत्मिक पहरेदार के लिए बुलाए गए है। यह आपके परिवार की, या आपके चर्च कि या आपके शहर की दीवारों पर एक पहरेदार हो सकता है, या परमेश्वर आपको राष्ट्र की दीवारों पर एक आत्मिक पहरेदार होने के लिए सौंप सकते हैं।
प्रभु यीशु ने पहरेदार होने की बात कही,
देखो, जागते और प्रार्थना करते रहो; क्योंकि तुम नहीं जानते कि वह समय कब आएगा। (मरकुस १३:३३)
हो सकता है कि आपको अपने परिवार के लिए पहरेदार के लिए बुलाए गए। माताओं आपको परमेश्वर द्वारा आपके बच्चों और जीवनसाथी के लिए एक पहरेदार के लिए बुलाए गए है।
Bible Reading: Daniel 4-5
ஜெபம்
१. पिता, कि खुशी से आत्मिक पहरेदार के रूप में हमारी जिम्मेदारी को संभालने के लिए, हमारी मदद कर। हमारे ह्रदय में आपके अगप प्रेम को रिहा कर ताकि यह एक आनंद हो जाए जो एक बोझ न हो।
२. हमारी आत्मिक आंखे खोल और हमें ज्ञान और समझ (विवेक) प्रदान कर, और हमें जागते और प्रार्थना करने और सतर्क और तैयार रहने के लिए सामर्थ बना।
Join our WhatsApp Channel

Most Read
● दिन १८: ४० का उपवास और प्रार्थना● अधर्म (दुष्टता) की शक्ति को तोड़ना - II
● प्रेम का सच्चा स्वरूप (स्वाभाव)
● शांति के लिए दर्शन
● प्रार्थना में तत्परता
● आराधना को एक जीवन शैली बनाना
● आपका दिन आपको परिभाषित (वर्णन) करता है
கருத்துகள்