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Daily Manna

दिन ०७: ४० दिन का उपवास और प्रार्थना

Thursday, 28th of November 2024
45 30 782
Categories : उपवास और प्रार्थना

नये स्थानों को पाना

"उस वचन के अनुसार जो मैं ने मूसा से कहा, अर्थात जिस जिस स्थान पर तुम पांव धरोगे वह सब मैं तुम्हे दे देता हूं।" (यहोशू १:३)

विश्वासी विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व की स्थिति में हो सकते हैं, जैसे कि खेल, राजनीति, तकनीक, कृषि, शिक्षा, सैन्य, स्वास्थ्य सेवा और मीडिया। उन पदों पर हमारे नेतृत्व के द्वारा परमेश्वर का राज्य बढ़ेगा, और आत्मिक मूल्य विभिन्न संस्थानों और प्रणालियों में व्याप्त होंगे।

परमेश्वर ने आदम को फलने-फूलने, पृथ्वी में भरने, और अधिकार रखने की आज्ञा दी (उत्पत्ति १:२८)। परमेश्वर की सन्तान के रूप में, हमें अधिकार रखने और स्थान पाने के लिए रचा गया है। स्थान पाने के लिए तलवार या बंदूक की जरुरत नहीं होती है। यह लोगों से शारीरिक रूप से लड़ने के बारे में भी नहीं है। स्थान पाना "प्रभाव" के बारे में है। प्रयास के किसी भी क्षेत्र में सफलता "प्रभाव" की ओर ले जाएगी। हमें अपने प्रभाव का उपयोग समाज में आत्मिक सिद्धांत और मूल्यों को स्थापित करने के लिए करना है।

हम जगत के ज्योति और नमक हैं; हम छुटकारे के द्वारा परमेश्वर के लिए पृथ्वी पर अधिकार करने के लिए रचे गए हैं। हमें हर क्षेत्र को प्रभावित करने और भ्रष्टाचार और विनाश से बचाने के लिए बुलाया और उध्दार पाये गए है (मत्ती ५:१६, १ पतरस २:९)। मसीहियों को दूसरों को अनुसरण के लिए एक अच्छा उदाहरण स्थापित करना है, नेतृत्व, नैतिकता और मानवता पालन करने के लिए तैयार करना है। हम परिवर्तन के कारक (प्रतिनिधि) हैं जिनसे प्रेरणा और निर्देश के लिए दुनिया हमारे तरफ देखना चाहिए।

स्थानों को पाने का क्या मतलब है?
१. इसका मतलब है कि परिवर्तन का कारक बनना।
२. इसका मतलब है कि नई सीमाओं को तोड़ना।
३. इसका मतलब है कि मनुष्यों के हृदय में परमेश्वर के राज्य को आगे बढ़ाना।
४. इसका मतलब है कि अपने परिस्थिति को राज्य के सिद्धांतों से प्रभावित करना।
५. इसका मतलब है कि सकारात्मक संदर्भ मुद्दा बनना है।

हमें स्थानों को पाने की जरुरत क्यों है?
१. अन्धकार के अधिकारों को हटाने के लिए
ये दुष्ट अधिकार हमारे समाज में बीमारी, रोग, गरीबी, मृत्यु, पीड़ा, और सभी प्रकार की बुराई के कारण हैं। यदि हम उन्हें विस्थापित नहीं करते हैं, तो वे तब तक बने रहेंगे, जब तक की उन्हें रहने लगता है। (इफिसियों ६:१२)

२. अपने सभी परिश्रम में सफल होने के लिए
प्रादेशिक आत्माएं बहुत से मसीहियों के परिश्रम को निराश कर रही हैं। यदि आप किसी स्थान पर उनकी पकड़ को नहीं तोड़ते हैं, तो आपके लिए उन स्थानों में सफल होना कठिन हो सकता है।
"उस वचन के अनुसार जो मैं ने मूसा से कहा, अर्थात जिस जिस स्थान पर तुम पांव धरोगे वह सब मैं तुम्हे दे देता हूं।" (यहोशू १:३)

कई सेवकाई सीमित संख्या से आगे नहीं बढ़ सकते क्योंकि प्रादेशिक आत्माएं हैं जिन्होंने बहुत सारे लोगों के मन को गुलाम बना रखा है।

स्थानों को पाने के लिए ५ P 
इससे पहले कि आप परमेश्वर के लिए स्थानों को पा सकें, इन पाँच जरूरतों को पूरा किया जाना चाहिए।

  • Purpose - उद्देश्य
आप अपने या परमेश्वर के लिए स्थानों को पाने की इच्छा क्यों रखते हैं?
यदि आपका उद्देश्य सही है, तो परमेश्वर आपका समर्थन करेगा, लेकिन यदि आप इसे स्वार्थी उद्देश्यों से कर रहे हैं, तो आप खुद को शैतानी हमलों के लिए खुलासा कर रहे होंगे।

  • Prayer - प्रार्थना
याबेस ने अपने क्षेत्र का विस्तार करने के लिए परमेश्वर से प्रार्थना की, और यह उसे प्रदान किया गया। शैतानी रूकावट को दूर करने के लिए प्रार्थना की जरुरत है।

९ और याबेस अपने भाइयों से अधिक प्रतिष्ठित हुआ, और उसकी माता ने यह कहकर उसका नाम याबेस रखा, कि मैं ने इसे पीड़ित हो कर उत्पन्न किया। १० और याबेस ने इस्राएल के परमेश्वर को यह कह कर पुकारा, कि भला होता, कि तू मुझे सचमुच आशीष देता, और मेरा देश बढाता, और तेरा हाथ मेरे साथ रहता, और तू मुझे बुराई से ऐसा बचा रखता कि मैं उस से पीड़ित न होता! और जो कुछ उसने मांगा, वह परमेश्वर ने उसे दिया। (१ इतिहास ४:९-१०)।

आपको आत्मिक लड़ाई के लिए तैयार रहना चाहिए। बिना लड़ाई के आप स्थान को नहीं पा सकते है।

  • Passion - जूनून
दानिय्येल ने मन में ठान लिया था कि वह राजभवन में राजा का भोजन खाकर अपने आप को अपवित्र न करेगा। (दानिय्येल १:८)। उद्देश्य के बिना, आप निर्धारित नहीं हो सकते। यदि दानिय्येल अपने जीवन के लिए परमेश्वर के उद्देश्य को नहीं समझता, तो वह बाबुल की व्यवस्थाओं के आगे झुक जाता। परमेश्वर के दास, माइल्स मुनरो ने कहा कि "जब उद्देश्य मालूम नहीं होता है, दुष्प्रयोग (दुर्व्यवहार) अपरिहार्य है।"

  • Purity - पवित्रता
मैं अब से तुम्हारे साथ और बहुत बातें न करूंगा, क्योंकि इस संसार का सरदार आता है, और मुझ में उसका कुछ नहीं। (यूहन्ना १४:३०)। इस संसार का सरदार मसीह के जीवन की खोज करने आया था परन्तु उनमें कुछ भी अशुद्ध नहीं पाया। यदि वह कोई दोष पाता, तो मसीह शत्रु के लिए कानूनी बंदी बन जाता।


आप अपने आस-पास के लोगों को स्वच्छ (साफ सुथरा) दिख सकते हैं लेकिन क्या आप अंदर से स्वच्छ हैं, या आप सिर्फ दिखावा कर रहे हैं? शैतान जानता है कि आप जो कर रहे हैं वह आंखों के सामने कर रहे है या आप सिर्फ धर्म निभा रहे हैं। क्या आप कलीसिया और कार्यस्थल में एक अलग व्यक्ति हैं? सामर्थ के आगे पवित्रता आती है। यदि आप परमेश्वर के साथ सही नहीं हैं, तो आप स्थान नहीं पा सकते।

  • Power - बल 
या क्योंकर कोई मनुष्य किसी बलवन्त के घर में घुसकर उसका माल लूट सकता है जब तक कि पहिले उस बलवन्त को न बान्ध ले और तब वह उसका घर लूट लेगा। (मत्ती १२:२९)

शैतान बलवान है, और इससे पहले कि आप स्थान को पाले, शैतान को बांधना होगा। हमें पृथ्वी पर किसी भी चीज़ को बांधने का अधिकार दिया गया है, इसलिए यदि हम बांधने में विफल रहते हैं, तो कुछ भी नहीं बंधेगा। आप जिस भी क्षेत्र में शक्तिशाली व्यक्ति को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं, वह बांधना  चाहिए। उदाहरण के लिए, व्यापार और आधिकारिक इलाके, तकनीक, स्वास्थ्य सेवा इत्यादि में मजबूत व्यक्ति को बांधना चाहिए। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के प्रभारी विशिष्ट रियासतें (सिद्धांते) हैं।

अतिरिक्त अध्ययन: उत्पत्ति १३:१५, भजन संहिता २:८

Bible Reading Plan :  Mark : 7 - 11
Prayer
हर प्रार्थना अस्त्र को तब तक दोहराएं जब तक कि वह आपके ह्रदय से न आ जाए। इसके बाद ही अगली प्रार्थना अस्त्र की ओर बढ़ें। (इसे दोहराएं, इसे व्यक्तिगत रूप से करें, और हर प्रार्थना मुद्दे के साथ कम से कम १ मिनट तक ऐसा करें)

१. पिता, मुझे प्रधानता, अधिकार, प्रभुत्व और शक्ति से बहुत ऊपर मसीह के साथ स्वर्गीय स्थानों में बैठने के लिए धन्यवाद। यीशु के नाम में आमीन।

२. यीशु के नाम में, मेरे पास मेरी हर संपत्ति है।

३ . मेरी उन्नति का विरोध करने वाली कोई भी प्रादेशिक आत्मा, मैं तुझे यीशु के नाम में पक्षाघात बना देता हूं।

४. मेरी सफलता और उन्नति को रोकने वाला कोई भी शैतानी गढ़, मैं तुझे यीशु के नाम में नीचे गिरता हूं।

५. मैं आज्ञा देता हूं, यीशु के नाम परमेरे अस्तित्व और दैवी कार्यों को चुनौती देने वाली किसी भी क्षेत्रीय आत्माओं के खिलाफ स्वर्गदूतों का दलमेरे लिए लड़ना शुरू कर देगा।

६. हे यहोवा, यीशु के नाम में मेरे तट को बढ़ा, और मेरी बड़ाई को बढ़ा। इस उपवास में भाग लेने वाले सभी लोगों के लिए ऐसा ही कर।

७. यीशु के नाम में, मैं अपने उत्थान और महिमा से लड़ते हुए संस्कृतियों, परंपराओं और क्षेत्रीय आत्माओं को तोड़ता हूं।

८. हे पृथ्वी, प्रभु का वचन सुन, यीशु के नाम में मेरी भलाई के लिए कार्य करना शुरू कर।

९. यीशु के नाम में, मेरे लक्ष्य पर रखी गई हर सीमा को हटा दिया जाए और नष्ट कर दिया जाए।

१०. यीशु के नाम में, मैं अब नया स्थान पाता हूं (उन स्थानों का उल्लेख करें जिन् में आप सफल होना चाहते हैं)।

११. यीशु के नाम में , मैं अपने सभी कब्जे वाले आशीष, महिमा और सदगूण को पुनः प्राप्त करता हूं और वापस पाता हूं।

१२. कृपया प्रार्थना करें कि करुणा सदन सेवकाई का नए स्थान में बढ़ोत्री हो।

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