english मराठी తెలుగు മലയാളം தமிழ் ಕನ್ನಡ Contact us हमसे संपर्क करें Spotify पर सुनो Spotify पर सुनो Download on the App StoreIOS ऐप डाउनलोड करें Get it on Google Play एंड्रॉइड ऐप डाउनलोड करें
 
लॉग इन
ऑनलाइन दान
लॉग इन
  • होम
  • इवेंट्स
  • सीधा प्रसारण
  • टी.वी.
  • नोहाट्यूब
  • स्तुती
  • समाचार
  • डेली मन्ना
  • प्रार्थना
  • अंगीकार
  • सपने
  • ई बुक्स
  • कमेंटरी
  • श्रद्धांजलियां
  • ओएसिस
  1. होम
  2. बाइबल कमेंटरी
  3. अध्याय ३
बाइबल कमेंटरी

अध्याय ३

Book / 37 / 1196 chapter - 3
1888
फिर उसने यहोशू महायाजक को यहोवा के दूत के साम्हने खड़ा हुआ मुझे दिखाया, और शैतान उसकी दाहिनी ओर उसका विरोध करने को खड़ा था। (जकर्याह ३:१)

भविष्यवक्ता जकर्याह ने एक स्वर्गीय दरबारी को देखा, जहां यहोशू, यहूदा के लोगों का प्रतिनिधित्व करते हुए यहोवा के दूत के सामने खड़ा था और शैतान द्वारा विरोध किया जा रहा था। यह वो यहोशू नहीं है जो मूसा का उत्तराधिकारी था, बल्कि महायाजक जो प्रवास होकर यरूशलेम लौट आया था। (एज्रा ३:२)

शैतान: हिब्रू का शाब्दिक अर्थ है: 'दोष लगाने वाला।'

प्रकाशितवाक्य १२:१० शैतान के बारें में कहता है "भाइयों पर दोष लगाने वाला" वह यहां खुद का सेवकाई पूरा कर रहा हैं। इसके अलावा, जब आप परमेश्वर के लोगों पर आरोप लगाते हैं कि आप भी शैतान के सेवकाई में भाग ले रहे हैं।

शैतान (दोष लगाने वाला) जब परमेश्वर के लोग प्रार्थना में, आराधना में, वचन पढ़ने और मनन करने मैं प्रभु की उपस्थिति में आते है तो वह नफरत करता है। वह आपको रोकने के लिए हर संभव का प्रयास करेगा।

तब यहोवा ने शैतान से कहा, हे शैतान यहोवा तुझ को घुड़के! यहोवा जो यरूशलेम को अपना लेता है, वही तुझे घुड़के! क्या यह आग से निकाली हुई लुकटी सी नहीं है? (जकर्याह ३:२)

हे शैतान! प्रभु आपको फटकारता (घुड़के) हैं,
परमेश्वर शैतान को हमला करने और अपने लोगों को परेशान करने की अनुमति देता है, लेकिन वह हमेशा दृढ़ता से नियंत्रित करता है कि शैतान को क्या करने की अनुमति है। शैतान ने शमौन पतरस को नष्ट करना चाहा, उसे गेहूं की नाईं फटकाया लेकिन यीशु ने पतरस के लिए प्रार्थना की और उसके बगल खड़े होकर शैतान को उसके बुरे इरादों को पूरा करने की अनुमति नहीं दी।

यहूदा १:९ हमें बताता है कि मीकाईल प्रधान स्वर्गदूत ने शैतान के खिलाफ लड़ाई में इसी वाक्यांश का इस्तेमाल किया था। परमेश्वर का दूत और मीकाईल का यहाँ उदाहरण हमें आत्मिक युद्ध के लिए एक आदर्श दिखाता है कि - हमें हमेशा प्रभु के अधिकार के साथ युद्ध करना चाहिए। यह हमेशा "यीशु के नाम में" होता है। यह उसी तरह है जैसे प्रेरितों ने किया था।

क्या यह आग से निकाली हुई लुकटी सी नहीं है?
एक लुकटी लकड़ी का जलता हुआ, जला हुआ या सुलगने वाला टुकड़ा है, जिसको पूरी तरह से उपभोग किया जाएगा यदि यह आग से निकाली हुई नहीं है।

यहोशू प्रधान याजक के रूप में उच्च स्थान था, जो कि परमेश्वर के दूत के लिए था और शैतानी हमले के खिलाफ संरक्षित था। फिर भी, उच्च विशेषाधिकार का यह स्थान यहोशू की अपनी अच्छाई या योग्यता पर आधारित नहीं था; वह खुद को आग से निकाली हुई लुकटी सी है।

यह मत भूलो कि तुम (मैं भी) में से कुछ यहाँ भी नहीं होते थे जब कि प्रभु ने हस्तक्षेप नहीं किया होता। यह हमारा अच्छा प्रयास नहीं था जिसने हमें बचाया, यह उनकी कृपा थी जिसने हमें बचाया।

जब जॉन वेस्ली (मेथाडिस्ट संचलन की स्थापना करने वाले प्रसिद्ध उपदेशक) केवल छह साल के थे, जब वह एक जलते हुए घर में फंस गया और केवल तभी बचाया गया जब एक पड़ोसी दूसरे के कंधे पर चढ़ गया और उसे खिड़की से बाहर खींच लिया।

वेस्ली के लिए दृश्य की एक तस्वीर खींची गई थी और उन्होंने तस्वीर को तब तक रखा जब तक वह मर नहीं गया, और इसके नीचे जकर्याह ३:२ लिखा: क्या यह आग से निकाली हुई लुकटी सी नहीं है? 

उस समय यहोशू तो दूत के साम्हने मैला वस्त्र पहिने हुए खड़ा था। तब दूत ने उन से जो साम्हने खड़े थे कहा, इसके ये मैले वस्त्र उतारो। फिर उसने उस से कहा, देख, मैं ने तेरा अधर्म दूर किया है, और मैं तुझे सुन्दर वस्त्र पहिना देता हूं। तब मैं ने कहा, इसके सिर पर एक शुद्ध पगड़ी रखी जाए। और उन्होंने उसके सिर पर याजक के योग्य शुद्ध पगड़ी रखी, और उसको वस्त्र पहिनाए; उस समय यहोवा का दूत पास खड़ा रहा॥ (जकर्याह ३:३-५)

जैसा कि यहोशू प्रधान याजक प्रभु की उपस्थिति में खड़ा था, शैतान ने उस पर मैला वस्त्र पहिने हुए प्रभु के सामने खड़े होने का दोष लगाया। फिर भी, प्रभु ने यहोशू को शुद्ध करने, मैला वस्त्र और उनके द्वारा दिखाए गए अधर्म को दूर करके समस्या को ठीक किया।

हम तो सब के सब अशुद्ध मनुष्य के से हैं, 
और हमारे धर्म के काम सब के सब मैले चिथड़ों के समान हैं। (यशायाह ६४:४)

और मैं तुझे सुन्दर वस्त्र पहिनाउंगा:
यहोशू को न केवल अपने अधर्म को दूर करने में आनंद मिलता है, बल्कि उसे एक सकारात्मक धार्मिकता भी दी गई है  - जो सुन्दर वस्त्र पहिना था। धार्मिकता में परमेश्वर द्वारा पहने जाने का विचार चलता है।

जो पाप से अज्ञात था, उसी को उस ने हमारे लिये पाप ठहराया, कि हम उस में होकर परमेश्वर की धामिर्कता बन जाएं॥ (२ कुरिन्थियों ५:२१)

जब अपना सबकुछ गंवा देने वाला उड़ाव पुत्र अपनी मैले चिथड़ों में पिता के पास आया,
तब वह उठकर, अपने पिता के पास चला: वह अभी दूर ही था, कि उसके पिता ने उसे देखकर तरस खाया, और दौड़कर उसे गले लगाया, और बहुत चूमा।

(ध्यान दें पिता ने उसकी निंदा नहीं की, लेकिन पिता की उपस्थिति, दृढ़ विश्वास दिलाया)

पुत्र ने उस से कहा; पिता जी, मैं ने स्वर्ग के विरोध में और तेरी दृष्टि में पाप किया है; और अब इस योग्य नहीं रहा, कि तेरा पुत्र कहलाऊं। परन्तु पिता ने अपने दासों से कहा; फट अच्छे से अच्छा वस्त्र निकालकर उसे पहिनाओ, और उसके हाथ में अंगूठी, और पांवों में जूतियां पहिनाओ। (लूका १५:२०-२२)

उस पर सबसे अच्छी वस्त्र रखने में :
पिता उड़ाव के साथ-साथ सभी पर्यवेक्षकों को बता रहे थे कि बेटे के रूप में उनकी स्थिति पुनःस्थापित हो रही है। यह वस्त्र किसी और का नहीं वस्त्र था बल्कि खुद के पिता का था।

और उन्होंने उसके सिर पर याजक के योग्य शुद्ध पगड़ी रखी:
पगड़ी प्रधान याजक के वस्त्रों का हिस्सा था और चोखे सोने का एक टीका थी जिसमें छापे जैसे उस में अक्षर खोदें गए है अर्थात यहोवा के लिये पवित्र था। (निर्गमन २८:३६-३८)

तब यहोवा के दूत ने यहोशू से कहा, ७ सेनाओं का यहोवा यों कहता है: 
यदि तू मेरे मार्गों पर चले, 
और जो कुछ मैं ने तुझे सौंप दिया है उसकी रक्षा करे, 
तो तू मेरे भवन का न्यायी, 
और मेरे आंगनों का रक्षक होगा; 
और मैं तुझ को इनके बीच में आने जाने दूंगा 
जो पास खड़े हैं। (जकर्याह ३:६)

यदि तुम मेरे मार्ग पर चलोगे और यदि तुम मेरी आज्ञा मानोगे:
अनुग्रह से उद्धार होता है। यह हमारे अच्छे कामों की वजह से नहीं होता है। दूसरे शब्दों में, आज्ञाकारिता उद्धार नहीं लाती है। लेकिन आज्ञाकारिता हमारे उद्धार का फल या गवाह है। प्रभु यीशु ने कहा, "अगर तुम मुझसे प्रेम करते हो तो तुम मेरी आज्ञाओं को मानोगे" वह जिनका उद्धार नहीं हुआ है उनसे नहीं बात कर रहा है बल्कि जिनका उद्धार हुआ है उनसे बात कर रहा है।

तीन चीजें होगी जब हम उनकी आज्ञाओं को मानेगे
१. तो तू मेरे भवन का न्यायी, 
२. और मेरे आंगनों का रक्षक होगा; 
३. और मैं तुझ को इनके बीच में आने जाने दूंगा जो पास खड़े हैं।

Join our WhatsApp Channel

Chapters
  • अध्याय १
  • अध्याय २
  • अध्याय ३
  • अध्याय ६
  • अध्याय ७
पिछला
अगला
संपर्क
फ़ोन: +91 8356956746
+91 9137395828
व्हाट्स एप: +91 8356956746
ईमेल: [email protected]
पता :
10/15, First Floor, Behind St. Roque Grotto, Kolivery Village, Kalina, Santacruz East, Mumbai, Maharashtra, 400098
सामाजिक नेटवर्क पर हमारे साथ जुड़े रहें!
Download on the App Store
Get it on Google Play
मेलिंग सूची में शामिल हों
समन्वेष
इवेंट्स
सीधा प्रसारण
नोहाट्यूब
टी.वी.
दान
डेली मन्ना
स्तुती
अंगीकार
सपने
संपर्क
© 2025 Karuna Sadan, India.
➤
लॉग इन
कृपया इस साइट पर टिप्पणी और लाइक सामग्री के लिए अपने NOAH खाते में प्रवेश करें।
लॉग इन