डेली मन्ना
उसकी (परमेश्वर)इच्छा को पूरा करने का महत्व
Saturday, 19th of August 2023
47
35
1039
Categories :
परमेश्वर की इच्छा
शिष्यत्व
परमेश्वर की इच्छा को समझना एक व्यक्ति के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
वचन साफ़ रूप से बताता है की, "जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है। " (मत्ती ७:२१)
परमेश्वर की इच्छा को समझना मतलब, धरती पर अपनी खुशी के साथ-साथ अनंत काल में भी,जो निर्धारित करता है। मेरे लिप की सेवा आपको कहीं नहीं मिलने वाली है। वास्तव में क्या आवश्यक है, अपने जीवन में प्रत्येक के लिए परमेश्वर की इच्छा की ध्वनि समझ प्राप्त करना।
हमें यह निश्चित करना चाहिए की, हम दुनिया के बदलते सिद्दांत और मनुष्य की राय के अनुसार अपने जीवन को आधार नहीं बनाते हैं। हमें समझदार होना चाहिए और समझना चाहिए कि प्रभु की इच्छा क्या है। (इफिसियों ५:१७) प्रभु की इच्छा को समझने का अर्थ है कि हमें परमेश्वर के वचन की उचित समझ होनी चाहिए। परमेश्वर का वचन और उसकी इच्छा समानार्थी (नज़दीक से जुड़े हुए) हैं।
यदि आप दो भाइयों, कैन और हाबिल को याद करते हैं। हाबिल परमेश्वर के लिए जो लाया था वो परमेश्वर के लिए आवश्यक था और कैन जो कुछ लाया था वो उसे लगा कि वह सही था। अंतिम परिणाम यह था कि हाबिल का बलिदान परमेश्वर का आदरणीय था और कैन का बलिदान अस्वीकार कर दिया गया था। (उत्पत्ति ४:३-५ पढ़ें)
इब्रानियों की पुस्तक इस तथ्य पर बल देती है कि हाबिल ने कैन से उत्तम बलिदान परमेश्वर के लिये चढ़ाया
विश्वास की से हाबिल ने कैन से उत्तम बलिदान परमेश्वर के लिये चढ़ाया। (इब्रानियों ११:४)
हम सभी इस पृथ्वी पर परमेश्वर की योजनाओं को पूरा करने के लिए और उनकी इच्छा के अनुसार जीना हैं - अपनी नहीं।
प्रभु यीशु ने अपने शिष्यों को प्रार्थना करते हुए कहा था कि "तेरा राज्य आए; तेरी इच्छा जैसी स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे पृथ्वी पर भी हो।" (मत्ती ६:१०)
हम जो भी निर्माण करते हैं, जो भी हम पूरा करने की योजना बनाते हैं, वह उसकी इच्छा और उदाहरण के अनुसार होना चाहिए। “क्या इस्राएल के लोगों ने मेरे लिये एक पवित्र स्थान बनाए, ताकि में उनके बीच निवास कर सकूं। जो कुछ मैं तुझे दिखाता हूं, अर्थात निवासस्थान और उसके सब सामान का नमूना, उसी के अनुसार तुम लोग उसे बनाना॥ (निर्गमन २५:९)
मूसा ने पर्वत (बादल) पर उसे दिखाए गए नमूना के अनुसार तम्बू बनाने के लिए पर्याप्त बुद्धिमान था। जब उन्होंने ऐसा किया था, तो बाइबिल कहती है की, "और बादल जो मिलाप वाले तम्बू पर ठहर गया, और यहोवा का तेज जो निवासस्थान में भर गया, इस कारण मूसा उस मे प्रवेश न कर सका।" (निर्गमन ४०:३४-३५)
यदि आप पूरा अध्याय पढ़ते हैं (निर्गमन ४०), आप ध्यान देंगे कि मूसा ने भी तम्बू को पूरा करने का यहोवा की महिमा के लिए प्रार्थना नहीं की थी।
में आपको एक गहरा राज बताता हूँ: जब चीजें प्रभु के द्वारा आपको दिखाए गए उदाहरण के अनुसार की जाती हैं, जब चीजें परमेश्वर की इच्छा के अनुसार की जाती हैं, परमेश्वर की महिमा सचमुच एक ऐसी परियोजना, एक व्यापार, एक सेवा, एक व्यक्ति को स्थापित या पालन करेगी।
प्रार्थना
हर प्रार्थना मुद्दे को कम से कम ३ मिनट तक और अधिक प्रार्थना की जानी चाहिए।
व्यक्तिगत आत्मिक विकास
मैं आत्मा और सच्चाई से परमेश्वर पिता की उपासना करूंगा। मैं पूरी तरह से इस बात पर भरोसा करूंगा कि मसीह यीशु ने मेरे लिए क्या किया है और मैं मानव प्रयास में कोई विश्वास नहीं रखूंगा। यीशु के नाम पर। (फिलिप्पियों ३:३)
परिवार का उद्धार
पिता, मैं आपको उद्धार की कृपा के लिए धन्यवाद देता हूं, हमारे पापों के लिए अपने पुत्र यीशु को मरने के लिए भेजने के लिए पिता तेरा धन्यवाद करता हूं। पिता, यीशु के नाम में, आप के ज्ञान के प्रकटीकरण का खुलासा (आपके प्रियजन के नाम उल्लेख करें) कर। आपको परमेश्वर और उद्धारकर्ता के रूप में जानने के लिए उनकी आँखें खोल दें।
आर्थिक आश्चर्यक्रम
पिता, यीशु के नाम में, मैं आपको अपने बुलाहट को पूरा करने के लिए आर्थिक सफलता के लिए मांगता हूं। आप महान पुनःस्थापित करनेवाले हैं।
केएसएम कलिसीया
पिता, आपके वचन और प्रार्थना में बढ़ने के लिए सभी पासबान, समूह पर्यवेक्षकों (ग्रुप सुपरवैझर) और केएसएम के J-१२ अगुओं को प्रेरित कर । इसके अलावा, केएसएम से जुड़े हर व्यक्ति को आपके वचन और प्रार्थना में बढ़ने का कार्य कर । यीशु के नाम में।
देश
पिता, यीशु के नाम में, हम अपने देश की सीमाओं पर शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। हम अपने देश के हर राज्य में शांति और महान प्रगति के लिए प्रार्थना करते हैं। हमारे देश में आपके सुसमाचार में बाधा डालने वाली हर शक्ति को नष्ट कर दें। आमीन।
Join our WhatsApp Channel
Most Read
● परमेश्वर दिया हुआ स्वप्न● परमेश्वर को आपका बदला दो
● विश्वास के साथ विरोध का सामना करना
● यहूदा को पहले जाने दो
● एक अख़मीरी की ह्रदय
● संतुष्टि (तृप्त) की गारंटी
● एक अलग यीशु, अलग आत्मा, और एक और सुसमाचार - I
टिप्पणियाँ