एक बार मैं प्रार्थना लाइन पर कॉलअटेंड करने गया था। एक स्त्री ने मुझे फोन किया और बताया कि कैसे शैतान रात में उसे परेशान कर रहा था। मैंने सोने से पहले उसे बाइबल पढ़ने की सलाह दी।
तुरंत उन्होंने जवाब दिया कि वह हर रात बिना चुके अपने तकिये के नीचे बाइबिल रखती थी। हालांकि यह कुछ लोगो के लिए अजीब लग सकता है, लेकिन कई ऐसे हैं जो बाइबल पढ़ने में लापरवाही करते हैं।
कई लोगों के घरों में या उनके फोन में बाइबल के विभिन्न अनुवाद के बाइबल हैं, लेकिन वे इसे पढ़ने में कभी समय नहीं बिताते हैं। शैतान को आपके पास बाइबल होने या बाइबल को पकड़े जाने का डर नहीं है, यह केवल तभी होता है जब आप बाइबल पढ़ना शुरू करते हैं और विश्वास करते हैं कि यह क्या कहता है तो शैतान घबड़ाहट रीती में चला जाता है।
तब वे संकट में यहोवा की दोहाई देते हैं,
और व सकेती से उनका उद्धार करता है। (भजन संहिता १०७:१९)
उपरोक्त वचन कहते हैं कि जब मुसीबत में परमेश्वर के लोग परमेश्वर को पुकारते है और तब वह उन्हें बचाता है। यहोवा अपने लोगों को कैसे बचाता है? निम्नलिखित वचन को देखें।
वह अपने वचन के द्वारा उन को चंगा करता,
और जिस गड़हे में वे पड़े हैं, उससे निकालता है। (भजन संहिता १०७:२०)
बाइबल कहती है कि "वह अपने वचन के द्वारा उन को चंगा करता और उन्हें उनके नाश से बचाया।" अब, जब परमेश्वर आपको चंगा करना चाहता है, तो वह क्या करता है? वह अपने वचन को भेजता है। इससे पहले कि परमेश्वर आपको आपके नाश से नाश से बचाए, वह अपने वचन को भेजता है।
यही कारण है कि आपको हर रोज बाइबल (परमेश्वर का वचन) पढ़ने की आदत डालनी चाहिए। यही कारण है कि आपको दैनिक मन्ना पढ़ने में लापरवाही नहीं करनी चाहिए। (मैं अक्सर वचन भेजने से पहले बहुत प्रार्थना करता हूं)। परमेश्वर का वचन आपको चंगा करने और छुटकारा देने की योग्यता रखता है।
हमारी एक कलीसिया सभाओं के दौरान, मैं एक ऐसी स्त्री के लिए प्रार्थना कर रहा था जिनके बच्चे नहीं थे। जब मैं प्रार्थना कर रहा था तो मैं परमेश्वर के वादों का दावा कर रहा था। एक अन्य स्त्री ने उनके फोन में पूरी बात रिकॉर्ड की और उनके दोस्त को भेजी, जिनके करीब १० साल तक बच्चे नहीं थे।
यह स्त्री हर दिन रिकॉर्डिंग सुनती थी और उन वचनों को दावा के साथ प्रार्थना करती थी जो मैंने उपयोग किए थे। कुछ महीनों के भीतर, इस स्त्री ने चमत्कारिक रूप से गर्भ धारण किया। उसके दोस्त ने हमारे W३ सभाओं में से एक में गवाही भी दी। आप देख सकते है कि यह परमेश्वर का वचन था जिसने उसकी स्थिति बदल दी। कभी भी परमेश्वर के वचन की सामर्थ को कम मत समझिए।
हे मेरे पुत्र मेरे वचन ध्यान धरके सुन,
और अपना कान मेरी बातों पर लगा।
इन को अपनी आंखों की ओट न होने दे;
वरन अपने मन में धारण कर।
क्योंकि जिनको वे प्राप्त होती हैं,
वे उनके जीवित रहने का, और
उनके सारे शरीर के चंगे रहने का कारण होती हैं। (नीतिवचन ४:२०-२२)
प्रार्थना
पिता, मुझे क्षमा कर यदि मैंने किसी भी तरीके से आपके वचन की लापरवाही की है। मुझे हर रोज आपके बहुमूल्य वचन पढ़ने और मनन करने की कृपा दें। वास्तव में आपका वचन मेरे लिए जीवन और स्वास्थ्य है। यीशु के नाम में। आमीन।
Join our WhatsApp Channel
Most Read
● मनुष्यों की परंपराएं● दिन १६ :४० का उपवास और प्रार्थना
● दिन ३०: ४० दिन का उपवास और प्रार्थना
● जानें कि आपके परिवर्तन (बदलाव) को क्या रोकता है
● मन्ना, पटियां, और छड़ी
● मसीह में अपने दैवी भाग्य में प्रवेश करना
● अपनी पड़ती भूमि को जोतो
टिप्पणियाँ