और यीशु मसीह की ओर से, जो विश्वासयोग्य साक्षी और मरे हुओं में से जी उठने वालों में पहिलौठा, और पृथ्वी के राजाओं का हाकिम है, तुम्हें अनुग्रह और शान्ति मिलती रहे: जो हम से प्रेम रखता है, और जिस ने अपने लोहू के द्वारा हमें पापों से छुड़ाया है। (प्रकाशित वाक्य १:५)
उपरोक्त वचन में प्रभु यीशु मसीह को दिया गया तीसरा नाम: पृथ्वी के राजाओं का हाकिम।
जब हम देखते हैं कि दुनिया गड़बड़ में है, तो हमारे लिए यह विश्वास करना कभी-कभी कठिन होता है कि मसीह वास्तव में "पृथ्वी के राजाओं के ऊपर हाकिम" है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भले ही मसीह को पृथ्वी पर शासन करने का अधिकार है, लेकिन वह इस समय राजाओं और राज्यों पर इस अधिकार का प्रयोग नहीं कर रहे हैं।
शैतान ने संसार के राज्यों पर शासन करने के लिए एक अस्थायी कानूनी अधिकार जीता जब आदम ने अदन की वाटिका में अपने परमेश्वर दिया हुआ अधिकार को त्याग दिया।
पवित्र शास्त्र के निम्नलिखित वचनों पर एक नज़र डालें:
तब शैतान उन्हें ले गया और उन (यीशु) को पल भर में जगत के सारे राज्य दिखाए। और उस से कहा; मैं यह सब अधिकार, और इन का विभव तुझे दूंगा, क्योंकि वह मुझे सौंपा गया है: और जिसे चाहता हूं, उसी को दे देता हूं। इसलिये, यदि तू मुझे प्रणाम करे, तो यह सब तेरा हो जाएगा। यीशु ने उसे उत्तर दिया; लिखा है; "कि तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर; और केवल उसी की उपासना कर।" (लूका ४:५-८)
यद्यपि प्रभु यीशु ने शैतान को यह स्पष्ट कर दिया था कि जो सारी आराधना के योग्य है, उन्होंने संसार के राज्यों के लिए शैतान के अस्थायी दावे का विवाद नहीं किया।
प्रभु यीशु को पता था कि जब क्रूस पर उनका काम समाप्त हो जाएगा, तो शैतान भी समाप्त हो जाएगा! (यूहन्ना १२:३१ देखें)
प्रभु यीशु मृतकों में से जी उठने के बाद, उन्होंने घोषणा की "स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है।" (मत्ती २८:१८)
आज, यहोवा सांसारिक शासकों के दिलों को भी नियंत्रित करता है।
राजा का मन नालियों के जल की
नाईंयहोवा के हाथ में रहता है,
जिधर वह चाहता उधर उस को फेर देता है। (नीतिवचन २१:१)
इसका मतलब है कि हमें अपने देश में परमेश्वार की इच्छा के लिए और हमारे नेताओं को परमेश्वर की खोज करने के लिए और उनकी बात सुनने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। हमें प्रार्थना करनी चाहिए कि वे आत्मिक सलाह से घिरे जाए और सबसे महत्वपूर्ण यह है कि हमारा नेतृत्व व्यक्तिगत रूप से परमेश्वर को और उद्धार को केवल यीशु मसीह में विश्वास के माध्यम से पाया जाए।
प्रार्थना
१. पिता, इस देश में नेताओं को समझदार ह्रदय, दृढ़ विश्वास और बुद्धिमान मन के साथ खड़ा कर जो आपके चरित्र का आदर्श बन सकें।
२. पिता, आप ही केवल नेताओं के मनो को मोड़ने की सामर्थ रखते हैं, हमारी प्रार्थनाओं को सुनकर उन्हें सही कार्य में आगे बढ़ने दे। यीशु के नाम में। आमीन
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