डेली मन्ना
लोगों के पाच समूहजो यीशु से हररोजमिले # १
Tuesday, 30th of August 2022
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शिष्यत्व
जब प्रभु यीशु यहाँ पृथ्वी पर था और उसके ३ १/२ वर्षो कीसेवाकार्य के दरम्यान, वह भिन्न भिन्न प्रकार के लोगों से मिलाI
उनमे से बहुतों को उसने स्पर्श किया, बहुतों को उसने प्रभावित किया, कुछ को उसने डाटा भीI इसमे बहुत ही मनोरंजक क्या हैं कि प्रभुयीशुजोइन सभी प्रकार के लोगों से मिला उन्हें ५ समूह में विभाजित किया जा सकता हैI
इब्री १३:८ में बाइबिल कहती हैं, "यीशु मसीह कल, आज और सदा सर्वदा एक सा हैंI"
मलाखी ३:६ हमें बताता हैं, "मैं अपरिवर्तनीय प्रभु हूं ......"I इसका अर्थ यह हैं कि अगरप्रभु यीशु ने तब पाच प्रकार या समूह के लोगों से मुलाकात की, इसका अर्थ आज भी वह उसी प्रकार के लोगों के साथ मुलाकात करेगाI
इसकी कोई परवा नहीं कि आपउन्हें कितने भी सामर्थ्यशाली सत्य बताओ, वे तुम्हारा नहीं सुनते हैंI तुम अचरज करते हो ये लोग क्यों नहीं सुनते हैंI दू:खद बात यह हैं कि आप इस समूह को नजरंदाज नहीं कर सकते क्योंकि वे आपके परिवार हैI
आपको दो बातों को समझने की आवश्यकता हैं:
१.अगर तब यीशु को सताया गया तब उसके शिष्यों को भी सताया जाएगाI
यीशु के वचनों को स्मरण करो, "सेवक अपने स्वामी से बड़ा नहीं होताI यदि उन्होंने मुझे सताया है तो तुम्हे भी सतायेंगेI (यूहन्ना १५:२०)
२. अगर हमारे प्रभु को तब सताया गया, तो उसे पूरी तरह से पता हैं आप पर क्या बीत रही हैI
नासरत के लोगों के लिए क्या ही अद्भुत अवसर था कि यीशु के सीखे परंतु उन्होंने उस बड़े अवसर को खो दियाI
उसी तरह, मैंने बहुत बार देखा हैं कि परमेश्वर के दास के निकट के लोग ही कुछ भी ज्यादा प्राप्त नहीं करतेI कारण यह हैं कि वे परमेश्वर के दास को सहज समझते हैंI जब कोई व्यक्ति बाहर देश से बड़े'थोड़े" को लेकर आता हैं तब वे ही लोग जो कुछ भी उनके सामने परोसा गया उसे तुरंत ग्रहण करते हैं-वे इस बात की फिकर नहीं करते कि क्या वह पवित्र शास्त्र के अनुसार हैं या नहींI
यहूदा के जीवन की ओर देखोI वह यीशु के कितने निकट था, फिर भी वह बहुत दूर थाI जो सब कुछ उसने अंत में प्राप्त किया वह ३० चांदी के सिक्के और आत्महत्त्या थाI
गेहजी की जीवन की ओर देखो, जोएलीशा, नबी का प्रमुख व्यक्ति था-इतने निकट फिर भी बहुत दूरI एलीशा ने एलियाह के अभिषेक के दुगुना प्राप्त किया थाI अगर गेहजी ईमानदार रहा होता तो उसने जोएलियाह केपास था उसकेचौगुना प्राप्त किया होता परंतु आपको पता हैं उसने क्या प्राप्त किया? कुष्ठरोगI
अगर आपके जीवन में कोई व्यक्ति हैं जो आपकी ओर से परमेश्वर की ओर प्रार्थना और बिनती करता हैं तो परमेश्वर के प्रिय बच्चों उस व्यक्ति से कुछ प्राप्त करने को सीखो जब तक वह आपके साथ हैंI वे सिद्ध नहीं हो सकते परंतु परमेश्वर ने उन्हें आपके जीवन में रखा हैंI
जिनका सताव हो रहा हैं उनके लिए वचनI आपके परिवार के सदस्यों के लिए आग्रहपूर्वक प्रार्थना करोIआपके परिवार का द्वेष मत करोI परमेश्वर को पता था वह आपको कहा रख रहा हैंI आप परमेश्वर के साधन हो कि उन्हें उसकी ओर लौटा लाएI परमेश्वर के स्त्री और पुरुष के लिए वचन जिन्हें लोग
विश्वासयोग्यरीतिसे सेवकाई करने के बाद भी सहज समझते हैंIआपका पुरस्कार यह परमेश्वर की ओर से हैंI
प्रार्थना
आज, दानिय्येल का उपवास का तीसरा दिन है
[यदि आपने अभी तक इसे शुरू नहीं किया है या इसके बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो कृपया २६ और २७ अगस्त का दैनिक मन्ना देखें]
पवित्र शास्त्र मनन
इब्रानियों ११:७
यहोशू २:१२-१४
प्रार्थना अस्त्र
१. मेरे परिवार के सदस्यों को पकड़े हुए अंधेपन और बहरेपन की हर आत्मा को यीशु के नाम से उखाड़ दिया जाए।
२. हर झूठे सिद्धांत और गलत विश्वास को मेरे परिवार के सदस्यों से अब यीशु के नाम से उखाड़ दिया जाए।
३. पिता को एक सच्चे जीवित परमेश्वर के रूप में जानने के लिए उनकी आंखें खोल दें।
४. प्रभु यीशु को उनके प्रभु और उद्धारकर्ता के रूप में जानने के लिए उनकी आंखें खोल दें।
५. पवित्र आत्मा अब उन पर मण्डराह। उन्हें उनके पापों का प्रायश्चित करने मना। उन्हें यीशु की ओर मोड़ दें।
६. मेरे परिवार के सदस्यों को यीशु के नाम में अंधकार के राज्य से ज्योतिमय के राज्य में जाने पाए।
७. मैं और मेरा घराना यहोवा की सेवा करेंगे।
[यदि आपने अभी तक इसे शुरू नहीं किया है या इसके बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो कृपया २६ और २७ अगस्त का दैनिक मन्ना देखें]
पवित्र शास्त्र मनन
इब्रानियों ११:७
यहोशू २:१२-१४
प्रार्थना अस्त्र
१. मेरे परिवार के सदस्यों को पकड़े हुए अंधेपन और बहरेपन की हर आत्मा को यीशु के नाम से उखाड़ दिया जाए।
२. हर झूठे सिद्धांत और गलत विश्वास को मेरे परिवार के सदस्यों से अब यीशु के नाम से उखाड़ दिया जाए।
३. पिता को एक सच्चे जीवित परमेश्वर के रूप में जानने के लिए उनकी आंखें खोल दें।
४. प्रभु यीशु को उनके प्रभु और उद्धारकर्ता के रूप में जानने के लिए उनकी आंखें खोल दें।
५. पवित्र आत्मा अब उन पर मण्डराह। उन्हें उनके पापों का प्रायश्चित करने मना। उन्हें यीशु की ओर मोड़ दें।
६. मेरे परिवार के सदस्यों को यीशु के नाम में अंधकार के राज्य से ज्योतिमय के राज्य में जाने पाए।
७. मैं और मेरा घराना यहोवा की सेवा करेंगे।
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