अजर्याह आसा से मिलने गया। अजर्याह ने कहा, “आसा तथा यहूदा और बिन्यामीन के सभी लोगो मेरी सुनो! यहोवा तुम्हारे साथ तब है जब तुम उसके साथ हो। यदि तुम यहोवा को खोजोगे तो तुम उसे पाओगे। किन्तु यदि तुम उसे छोड़ोगे तो वह तुम्हें छोड़ देगा। (2 इतिहास 15:2)
यदि आप उसे ढूंढ़ते हैं [उसके और उसके बारे में पूछ ताछ करते हो, उसे अपनी प्राण से भी ज्यादा लालसा करते हो], तो वह आपको मिल जाएगा। उन शक्तिशाली शब्दों पर ध्यान दें, "अपनी प्राण से भी ज्यादा लालसा करते हो।" जब आप इस तरह से प्रभु को खोजोगे, तो आप उसे पाओगे।
बहुत समय तक इस्राएल सच्चे परमेश्वर के बिना था और वे शिक्षक याजक और नियम के बिना थे। (2 इतिहास 15:3)
"बिना शिक्षा देनेवाले याजक के" ये शब्द हमें यह याद दिलाने का काम करते हैं कि लेवीय और याजकवर्ग बलिदानों की व्यवस्था को प्रशासन करने के अलावा भी बहुत कुछ करने के लिए ज़िम्मेदार थे। उन्हें इस्राएल के सब गोत्रों में तितर-बितर करना (बिखेरना) था, ताकि वे इस्राएलियों को परमेश्वर का वचन सुना सकें।
क्योंकि वे यह देख कर कि उसका परमेश्वर यहोवा उसके संग रहता है, इस्राएल में से उसके पास बहुत से चले आए थे। (२ इतिहास १५:९)
धार्मिक अवशेष जो भटके हुए उत्तरी कबीलों के बीच रह गए जिन्होंने इस्राएल के राज्य को बनाया, परमेश्वर के प्रति साहसी आज्ञाकारिता के लिए राजा आसा का सम्मान किया। वे संसार से दूर और परमेश्वर की ओर एक गंभीर कदम में भाग लेना चाहते थे।
आसा ने जब इन बातों और ओदेद नबी के सन्देश को सुना तो वह बहुत उत्साहित हुआ। तब उसने सारे यहूदा और बिन्यामीन देश से घृणित मूर्तियों को हटा दिया और उसने एप्रैम के पहाड़ी प्रदेश में अपने अधिकार में लाए गए नगरों में मूर्तियों को हटाया और उसने यहोवा की उस वेदी की मरम्मत की जो यहोवा के मन्दिर के द्वार मण्डप के सामने थी। (2 इतिहास 15:8)
यहां एक शक्तिशाली सिद्धांत भी है। जब लोग देखेंगे कि परमेश्वर आपके साथ है, तो वे बड़ी संख्या में आपके पास आएंगे।
१. भविष्यवाणी वचन ने आसा को प्रोत्साहित किया।
२. वचन ने - अपने राज्य को क्रम में रखने के लिए उसे कार्य में लाने के लिए प्रेरित किया (जब आपको एक वचन मिलता है कि आपको एक घर मिलेगा …. तो घर पर मत बैठो। जाओ और कम से कम पता करो कि इसकी कीमत कितना है और किन दस्तावेजों की जरुरत होगी। जब आपको एक वचन मिले कि आपको नौकरी मिलनेवाली है, तो बस टीवी देखते मत बैठिये, कहीं जाकर आवेदन (अप्लाई) करें)
३. आसा ने यहोवा की वेदी को फिर से बनवाया, अपक्की प्रार्थना वेदी को फिर से पुनःस्थापित कीजिए।
यदि आप उसे ढूंढ़ते हैं [उसके और उसके बारे में पूछ ताछ करते हो, उसे अपनी प्राण से भी ज्यादा लालसा करते हो], तो वह आपको मिल जाएगा। उन शक्तिशाली शब्दों पर ध्यान दें, "अपनी प्राण से भी ज्यादा लालसा करते हो।" जब आप इस तरह से प्रभु को खोजोगे, तो आप उसे पाओगे।
बहुत समय तक इस्राएल सच्चे परमेश्वर के बिना था और वे शिक्षक याजक और नियम के बिना थे। (2 इतिहास 15:3)
"बिना शिक्षा देनेवाले याजक के" ये शब्द हमें यह याद दिलाने का काम करते हैं कि लेवीय और याजकवर्ग बलिदानों की व्यवस्था को प्रशासन करने के अलावा भी बहुत कुछ करने के लिए ज़िम्मेदार थे। उन्हें इस्राएल के सब गोत्रों में तितर-बितर करना (बिखेरना) था, ताकि वे इस्राएलियों को परमेश्वर का वचन सुना सकें।
क्योंकि वे यह देख कर कि उसका परमेश्वर यहोवा उसके संग रहता है, इस्राएल में से उसके पास बहुत से चले आए थे। (२ इतिहास १५:९)
धार्मिक अवशेष जो भटके हुए उत्तरी कबीलों के बीच रह गए जिन्होंने इस्राएल के राज्य को बनाया, परमेश्वर के प्रति साहसी आज्ञाकारिता के लिए राजा आसा का सम्मान किया। वे संसार से दूर और परमेश्वर की ओर एक गंभीर कदम में भाग लेना चाहते थे।
आसा ने जब इन बातों और ओदेद नबी के सन्देश को सुना तो वह बहुत उत्साहित हुआ। तब उसने सारे यहूदा और बिन्यामीन देश से घृणित मूर्तियों को हटा दिया और उसने एप्रैम के पहाड़ी प्रदेश में अपने अधिकार में लाए गए नगरों में मूर्तियों को हटाया और उसने यहोवा की उस वेदी की मरम्मत की जो यहोवा के मन्दिर के द्वार मण्डप के सामने थी। (2 इतिहास 15:8)
यहां एक शक्तिशाली सिद्धांत भी है। जब लोग देखेंगे कि परमेश्वर आपके साथ है, तो वे बड़ी संख्या में आपके पास आएंगे।
१. भविष्यवाणी वचन ने आसा को प्रोत्साहित किया।
२. वचन ने - अपने राज्य को क्रम में रखने के लिए उसे कार्य में लाने के लिए प्रेरित किया (जब आपको एक वचन मिलता है कि आपको एक घर मिलेगा …. तो घर पर मत बैठो। जाओ और कम से कम पता करो कि इसकी कीमत कितना है और किन दस्तावेजों की जरुरत होगी। जब आपको एक वचन मिले कि आपको नौकरी मिलनेवाली है, तो बस टीवी देखते मत बैठिये, कहीं जाकर आवेदन (अप्लाई) करें)
३. आसा ने यहोवा की वेदी को फिर से बनवाया, अपक्की प्रार्थना वेदी को फिर से पुनःस्थापित कीजिए।
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