समर्पण का स्थान

तब याकूब ने यह कह कर उस स्थान का नाम पनीएल रखा: "कि परमेश्वर को आम्हने साम्हने देखने पर भी मेरा प्राण बच गया है।" (उत्पति ३२:३०)याकूब ने अपने भाई ऐसाव...