आराधना: शांति की कुंजी
“आओ हम झुक कर दण्डवत करें, और अपने कर्ता यहोवा के साम्हने घुटने टेकें।” (भजन संहिता ९५:६)जीवन अक्सर जिम्मेदारिया, दबाव और विकर्षणों के बवंडर जैसा लगता...
“आओ हम झुक कर दण्डवत करें, और अपने कर्ता यहोवा के साम्हने घुटने टेकें।” (भजन संहिता ९५:६)जीवन अक्सर जिम्मेदारिया, दबाव और विकर्षणों के बवंडर जैसा लगता...
“और न शैतान को अवसर दो।” (इफिसियों ४:२७)हमारे मन और भावनाओं में हम जिन कई लड़ाइयों का सामना करते हैं—चाहे वह निराशा हो, चिंता हो या गुस्सा हो—वे सिर्फ...
“जीभ के वश में मृत्यु और जीवन दोनों होते हैं, और जो उसे काम में लाना जानता है वह उसका फल भोगेगा।” (नीतिवचन १८:२१)शब्दों में अविश्वसनीय वजन होता है। हम...
“पर हर एक अपने ही काम को जांच ले, और तब दूसरे के विषय में नहीं परन्तु अपने ही विषय में उस को घमण्ड करने का अवसर होगा।” (गलातियों ६:४)आज के समाज में तु...
“मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूं, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे।” (यूहन्ना १४:...
“मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूं, इधर उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूं।” (यशायाह ४१:१०)डर आज दुनिया में सबसे फैलनेवाला और विनाशकारी शक्तियों...
"क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की नहीं पर सामर्थ, और प्रेम, और संयम की आत्मा दी है।" (२ तीमुथियुस १:७)हम जिस तेज़-तर्रार, व्यस्त दुनिया में रहते हैं, उस...