फिर उस ने कहा; परमेश्वर का राज्य ऐसा है, जैसे कोई मनुष्य भूमि पर बीज छींटे। २७ और रात को सोए, और दिन को जागे और वह बीज ऐसे उगे और बढ़े कि वह न जाने। (...