जैसे जागने हारा स्वप्न को तुच्छ जानता है, वैसे ही हे प्रभु जब तू उठेगा, तब उन को छाया सा समझ कर तुच्छ जानेगा॥ (भजन संहिता ७३:२०)हमारे चारों ओर, हम दुष...