कोई इन चिन्हों को जो तू दिखाता है, यदि परमेश्वर उसके साथ न हो, तो नहीं दिखा सकता। (यूहन्ना ३:२)
यह वह वचन था जो परमेश्वर के महान दास ए.ए.एलेन के मंच के बैनर पर लिखा जाता था।
क्योंकि जो शरीर से जन्मा है, वह शरीर (भौतिक का भौतिक है) है; और जो आत्मा से जन्मा है, वह आत्मा है। (यूहन्ना ३:६)
आत्मा की चीजों को कैसे जन्म दें?
प्रार्थना और उपवास के माध्यम से
मध्यस्ती दाइयों की तरह होती हैं जो जन्म (संभव) प्रक्रिया में सहायता करती हैं।
जो ऊपर से आता है, वह सर्वोत्तम है, जो पृथ्वी से आता है वह पृथ्वी का है; और पृथ्वी की ही बातें [उसके वचन एक सांसारिक दृष्टिकोण से हैं] कहता है: जो स्वर्ग से आता है, वह सब के ऊपर (श्रेष्ठता और प्रमुखता में अन्य सभी से बेहतर) है। (यूहन्ना ३:३१)
आप कैसे बोलते हैं यह बताता है कि आप परमेश्वर को कितना जानते हैं।
क्योंकि जिसे परमेश्वर ने भेजा है, वह परमेश्वर की बातें (परमेश्वर के अपने संदेश की घोषणा करता है) कहता है: क्योंकि वह आत्मा नाप नापकर नहीं देता, लेकिन असीम वरदान परमेश्वर उनकी आत्मा का बनाता है! (यूहन्ना ३:३४)
अभिषेक बनने का रहस्य यह है कि परमेश्वर आपसे जो बोलना चाहता है उसे बोलना है। यदि आप एक उपदेशक, पासबान हैं, तो आप जो उपदेश देते हैं, यदि आप आत्मा की कार्य देखना चाहते हैं वह परमेश्वर से होना चाहिए।
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