दृष्टान्त
यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, हे मनुष्य के सन्तान, इस्राएल के घराने से यह पहेली और दृष्टान्त कह; प्रभू यहोवा यों कहता है,
एक लम्बे पंख वाले,
परों से भरे और रंग बिरंगे बड़े उकाब पड़ी ने
लबानोन जा कर एक देवदार की फुनगी नोच ली।
तब उसने उस फुनगी की सब से ऊपर की पतली टहनी को तोड़ लिया,
और उसे लेन देन करने वालों के देश में
ले जा कर व्योपारियों के एक नगर में लगाया।
तब उसने देश का कुछ बीज ले कर एक उपजाऊ खेत में बोया,
और उसे बहुत जल भरे स्थान में मजनू की नाईं लगाया।
और वह उगकर छोटी फैलने वाली अंगूर की लता हो गई
जिसकी डालियां उसकी ओर झुकीं,
और उसकी सोर उसके नीचे फैलीं;
इस प्रकार से वह अंगूर की लता हो कर
कनखा फोड़ने और पत्तों से भरने लगी।
फिर और एक लम्बे पंख वाला और परों से भरा हुआ बड़ा उकाब पक्षी था;
और वह अंगूर की लता उस स्थान से जहां वह लगाई गई थी,
उस दूसरे उकाब की ओर अपनी सोर फैलाने और
अपनी डालियां झुकाने लगी कि वह उसे खींचा करे।
परन्तु वह तो इसलिये अच्छी भूमि में बहुत जल के पास लगाई गई थी,
कि कनखएं फोड़े, और फले, और उत्तम अंगूर की लता बने।
सो तू यह कह, कि प्रभु यहोवा यों पूछता है,
क्या वह फूले फलेगी? क्या वह उसको जड़ से न उखाड़ेगा,
और उसके फलों को न झाड़ डालेगा कि वह
अपनी सब हरी नई पत्तियों समेत सूख जाए?
इसे जड़ से उखाड़ने के लिये अधिक बल और
बहुत से मनुष्यों की आवश्यकता न होगी।
चाहे, वह लगी भी रहे, तौभी क्या वह फूले फलेगी?
जब पुरवाई उसे लगे, तब क्या वह बिलकुल सूख न जाएगी?
वह तो जहां उगी है उसी क्यारी में सूख जाएगी।
दृष्टांत का अर्थ और उपयोग
फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, उस बलवा करने वाले घराने से कह, १२ क्या तुम इन बातों का अर्थ नहीं समझते? (यहेजकेल १७:११-१२)
यहेजकेल ने अपनी पहेली/दृष्टांत का अर्थ समझाया, इसलिए उसके सुननेवाले उस बहाने का दावा नहीं कर सके, जो उन्हें समझ नहीं आया।
महान उक़ाब बाबुल के राजा का वर्णन किया है। (यहेजकेल १७:३)
लबानोन यरूशलेम का वर्णन किया है। (यहेजकेल १७:३)
देवदार की सबसे ऊँची डाली यहूदा के राजा (यहोयाकीन) और राजकुमारों का वर्णन किया है। (यहेजकेल १७:३)
बीज और अंगूर की लता राजा की संतान (सिदकिय्याह) वर्णन किया है। (यहेजकेल १७:५,६)
पहले उक़ाब ने सिदकिय्यह के साथ एक वाचा बाँधी और उसे शपथ दिलाई।
पहले उक़ाब ने राजा यहोयाकीन को ही नहीं, बल्कि दानिय्येल और उसके साथियों जैसे अन्य उल्लेखनीय लोगों को भी पराक्रम से छीन लिया। उसने सिदकिय्याह को नीचा करने के लिए ऐसा किया, और सिदकिय्याह उसकी वाचा को बनाए रखे।
बाबुल का राजा उन्हें अपने साथ बाबुल ले गया, जिसे व्यापारियों का नगर कहा जाता था। (यहेजकेल १७:४)
जिस तरह अंगूर की लताने अपनी जड़ों और डालीओं को दूसरे उक़ाब की ओर बढ़ाया, उसी तरह सिदकिय्याह ने अपने राजदूतों को मिस्र भेजकर उसके खिलाफ विद्रोह कर दिया, जो दूसरे उक़ाब का वर्णन करता था। सिदकिय्याह घोड़ों और मिस्र के कई लोगों के लिए आशा व्यक्त की। (यहेजकेल १७:७)
तौभी इस ने घोड़े और बड़ी सेना मांगने को अपने दूत मिस्र में भेज कर उस से बलवा किया। क्या वह फूले फलेगा? क्या ऐसे कामों का करने वाला बचेगा? क्या वह अपनी वाचा तोड़ने पर भी बच जाएगा? (यहेजकेल १७:१५)
मौलिक रूप से, सिदकिय्याह एक वाचा तोड़ने वाला व्यक्ति था, जिसने बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर (२ राजा २४:२०) के प्रति निष्ठा और समर्पण के वचनों को अनदेखा किया। परमेश्वर ने सिदकिय्याह से अपेक्षा की कि वह नबूकदनेस्सर से की गई वाचा के प्रति निष्ठावान हो और उसे वाचा तोड़ने के लिए उसे सज़ा देगा।
और मैं अपना जाल उस पर फैलाऊंगा और वह मेरे फन्दे में फंसेगा; और मैं उसको बाबुल में पहुंचा कर उस विश्वासघात का मुक़द्दमा उस से लड़ूंगा, जो उसने मुझ से किया है। (यहेजकेल १७:२०)
यिर्मयाह ५२:६-९ की कहानी बताती है कि कैसे सिदकिय्याह और जब बाबुल के लोग यरूशलेम के खिलाफ आने पर सरकार के कुछ अन्य उच्च पदस्थ पुरुषों ने भागने की कोशिश की। वे सफल नहीं हुए, क्योंकि परमेश्वर ने उन पर अपना जाल फैलाया था।
Chapters
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- अध्याय १०
- अध्याय ११
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